– सड़कों पर घूम रहे गोवंश को रख सकेंगे गोशाला संचालक झालावाड़. गोसेवकों के लिए अच्छी खबर है। जिले सहित प्रदेशभर की गोशालाओं में रहने वाले गोवंश के लिए अब पहले से बेहतर चारा, पानी व छाया की व्यवस्था हो सकेगी। गोशालाओं पर खर्च होने वाली राशि को सरकार ने बढ़ाया है। राज्य सरकार ने पंजीकृत गोशालाओं में संधारित गोवंश के लिए दी जाने वाली अनुदान राशि में 10 प्रतिशत की वृद्धि का निर्णय किया है। यह वृद्धि एक अक्टूबर से लागू होगी। इससे झालावाड़ जिले की पंजीकृत 40से अधिक गोशालाओं को भी फायदा होगा।
यह भी फायदा होगा झालावाड़ शहर जिलेभर में अभी बड़ी संख्या में गायें सड़कों व गलियों में भटक रही हैं। अनुदान बढऩे से कई संगठन नई गोशाला खोलने का प्रयास करेंगे। इससे गोवंश को भी फायदा होगा। किसानों को भी फसल से सुरक्षा मिलेगी। वहीं शहरवासी अब बेसहारा घूम रहे गोवंश के लिए व्यवस्था की मांग उठा रहे हैं। इससे आमजन को गोवंश के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से राहत मिलेगी। गौरतलब है कि जिले में अभी तक आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत गोवंश के मारने या उनके कारण सड़क दुर्घटनाएं होने से हो चुकी है।
अनुदान से पहले होगी जांच- सूत्रों ने बताया कि अनुदान देने से पहले गोशालाओं की जांच की जाती है। इसके लिए कमेटी भौतिक सत्यापन करती है। इसके बाद आवेदनों की जांच की जाती है। इसके बाद कलक्टर की अध्यक्षता में जिला गोपालन समिति की बैठक होती है। गोशालाओं से जुड़े पदाधिकारियों को भी इसमें बुलाया जाता है। इसके बाद अनुदान गोशाला के बैंक खाते में डाल दिया जाता है। गोशाला के पदाधिकारियों ने बताया कि महंगाई के बीच गोशालाओं का संचालन करना मुश्किल हो रहा है। चारा महंगा हो गया है। ऐसे में गोशाला संचालकों का कहना है कि अनुदान में बढ़ोतरी हर बार हो तो व्यवस्थाएं बेहतर हो सकेगी। हालांकि, यह बढ़ोतरी अपर्याप्त है। गोसेवकों व गोशाला संचालकों की मांग है कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए राशि में और बढ़ोतरी करके सरकार को बड़े गोवंश के लिए 60 रुपए और छोटे के 40 रुपए करने चाहिए।
इतनी राशि मिलेगी बड़े गोवंश : पहले प्रतिदिन 40 रुपए, अब मिलेंगे 44 रुपए छोटे गोवंश: पहले प्रतिदिन 20 रुपए,अब मिलेंगे 22 रुपए गोशालाओं को यह होगा फायदा –
गोशाला संचालकों को वित्तीय राहत मिलेगी। -गोवंश की देखरेख में भी सुधार आएगा। -गोवंश को चारे व पानी की बेहतर सुविधाएं मिलेगी। -पशुपालन क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। -नई गोशाला खोलने के प्रयास तेज होंगे।
फैक्ट फाइल -जिले में पंजीकृत गोवंश- 11756 -जिले में अभी अनुदान मिल रहा 38 गोशालाओं को -जिले में पंजीकृत गोशालाएं 68 बढ़ोती की गई- गोशालाओं को मिल रहे अनुदान में सरकार ने 10 फीसदी की बढ़ोतरी की है। अभी जिले में 38 गोशालाओं को अनुदान दिया जा रहा है।अनुदान देने के लिए गोपालन समिति की बैठक होती है। उसके बाद भौतिक सत्यापन होने के बाद अनुदान दिया जाता है।
डॉ.टीए बंसोड, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, झालावाड़। अनुदान बढ़ाना चाहिए- सरकार ने दस फीसदी अनुदान राशि बढ़ाई है। लेकिन महंगाई बहुत है, 44 रूपए में एक गोवंश का पेट नहीं भर सकता है। इसे बढ़ाकर बड़े गोवंश के 60 व छोटे के 40 रुपए किया जाना चाहिए। सरकार शराब पर 2 प्रतिशत शेष ले रही है, उसका 50 फीसदी गोशालाओं को भी दिया जाएं तो गोवंश को पालने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
शैलेन्द्र यादव, जिलाध्यक्ष गोशाला संघ, झालावाड़।