गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका में 23 सितम्बर के अंक में डेढ़ दशक से दोगुना टोल वसूल रहे, फिर भी कमर का दर्द दे रहा हाइवे शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इस पर रिकडोर ने त्वरित संज्ञान लेते हुए अगले दिन से हाइवे पर पेच मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया था। अब बारिश बन्द होते ही समूचे 85 किलोमीटर लंबाई में 20 करोड़ की लागत से 10.5 मीटर चौड़ीसड़क पर पेवरीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया है। बरसात पूर्व रिडकोर द्वारा बारां से लेकर मोईकलां तक करीब 30 किलोमीटर लंबाई में पेवरीकरण काय कार्य किया था। अब मोईकलां से लेकर झालावाड़ तक पेवरीकरण का कार्य किया जा रहा है।
प्रतिदिन एक किमी काम रिडकोर द्वारा प्रतिदिन करीब एक किलोमीटर लंबाई में सड़क की परत की खुदाई कर कंप्रेशर से धूल मिट्टी को साफ कर पेवरीकरण किया जा रहा है। करीब एक से डेढ़ माह में झालावाड़ तक पेवरीकरण के बाद मेगा स्टेट हाइवे पर फिर से वाहन फर्राटे मारते हुए दौड़ेंगे।
बाघेर घाटी में बना रहे सुरक्षा दीवार