झालावाड़

ग्रामीणों ने श्रमदान कर 800 फीट ऊंची पहाड़ी पर बना दिया माता का मंदिर

सारोलाकलां. कस्बे महज 12 किमी की दूरी पर तारज कस्बे की तारा डूंगरी पर स्थित है मां तारादेवी का भव्य मंदिर। मान्यता है कि तारज कस्बे समेत समूचे क्षेत्र की प्राकृतिक आपदाओं से मां तारा देवी रक्षा करती है। मां तारा देवी का मंदिर 800 फ़ीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इसके नीचे तलहटी में […]

झालावाड़Oct 04, 2024 / 10:47 pm

jagdish paraliya

  • सारोला कलां. कस्बे महज 12 किमी की दूरी पर तारज कस्बे की तारा डूंगरी पर स्थित है मां तारादेवी का भव्य मंदिर। मान्यता है कि तारज कस्बे समेत समूचे क्षेत्र की प्राकृतिक आपदाओं से मां तारा देवी रक्षा करती है।
सारोलाकलां. कस्बे महज 12 किमी की दूरी पर तारज कस्बे की तारा डूंगरी पर स्थित है मां तारादेवी का भव्य मंदिर। मान्यता है कि तारज कस्बे समेत समूचे क्षेत्र की प्राकृतिक आपदाओं से मां तारा देवी रक्षा करती है। मां तारा देवी का मंदिर 800 फ़ीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इसके नीचे तलहटी में तारज कस्बा बसा हुआ है। रियासतकाल में इस पहाड़ी पर तारा देवी छोटी छतरी में निवासी करती थी। वर्ष 2007 में जब छतरी क्षतिग्रस्त हुई तो ग्रामीणों ने करीब 10 साल तक पहाड़ी पर श्रमदान व आर्थिक सहयोग कर भव्य मंदिर का निर्माण किया। इसके बाद इस मंदिर में फरवरी 2018 में मां की प्राण प्रतिष्ठा की।
तारज के ज्ञानचंद्रमालव ने बताया कि मां के प्रति कस्बे समेत समूचे क्षेत्र की अटूट आस्था का ही प्रमाण है कि आमजन ने पहाड़ी पर मानव श्रंखला बनाकर निर्माण सामग्री समेत अन्य सामान पहुंचा कर उस वक्त पहाड़ी पर भव्य मन्दिर का निर्माण करवाने में सहयोग किया। नवरात्र समेत अन्य दिनों में माता रानी के मंदिर में बड़ी तादाद में श्रद्धालु दर्शन को आते हैं।
यह है मन्दिर का इतिहास

इतिहासकार ललित शर्मा के अनुसार तारज कस्बे का नाम यहां की ऊंची डूंगरी ( पहाड़ी) पर स्थित तारादेवी की मूर्ति के कारण रखा गया था। 18 वीं सदी में इस डूंगरी पर केवल तारा देवी की मूर्ति थी जो बाद में आकाशीय बिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो गई थी। यह मूर्ति आज भी इस मंदिर में है, तारा देवी मां दुर्गा का ऐसा स्वरूप है जो भक्तों को ज्ञान और शक्ति प्रदान करती है। अब इस मंदिर में दुर्गा मां के स्वरूप की नवीन मूर्ति स्थापित है जिसे तारा तारा देवी के रूप में पूजा जाता है।
अब मंदिर तक बन गई सड़क

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