योजना के क्रियान्वयन में गर्भवती की सुविधा का विशेष ख्याल रखा गया है। निजी जांच केंद्रों को हिदायत दी गई है कि योजना के तहत जांच कराने वाली गर्भवती को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। योजना के तहत प्रदेश में कहीं पर भी गर्भवती जांच सुविधा का लाभ ले सकती है। योजना में जांच के लिए गृह जिले की बाध्यता से मुक्त रखा गया है। जो कई गर्भवती के लिए राहत की बात होगी। जांच के लिए विभाग की ओर से वाउचर मान्य होगा।
प्रदेश के ऐसे चिकित्सालय जहां सोनोग्राफी जांच की सुविधा उपलब्ध है। वहां के चिकित्सक योजना के तहत कूपन जारी नहीं कर सकेंगे। भवानीमंडी अभी सीएचसी में यह सुविधा है। इसलिए यहां के चिकित्सक योजना के तहत कूपन नहीं काट सकेंगे। क्षेत्र के अन्य अस्पताल के चिकित्सक कूपन जारी कर सकेंगे।
नौ अगस्त तक शुरू करनी है जांच जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक प्रभुलाल एरवाल ने बताया कि मां वाउचर योजना अब पूरे प्रदेश में शुरू की गई है। इसके तहत झालावाड़ में 32 सेंटर्स को रजिस्टर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एएनएम गर्भवती का रजिस्ट्रेशन करती है, ये लिस्ट अलग से जनरेट हो जाएगी। इसमें गर्भधारण के 84 दिन पूर्ण कर चुकी गर्भवती की जानकारी प्राप्त जाएगी। प्रधानमंत्री मातृत्व दिवस के मौके पर प्रत्येक माह की 9, 18 और 27 तारीख को चिकित्सा अधिकारी सोनोग्राफी जांच के लिए कूपन जारी कर सकेंगे। इन कूपन के जरिए गर्भवती रजिस्टर्ड केंद्रों पर जांच करा सकेगी। वीसी में प्राप्त निर्देश के आधार पर नौ अगस्त तक सभी विभागीय प्रक्रिया पूर्ण कर जांच शुरू कर ली है।
एक बार मिलेगा कूपन गर्भकाल में एक बार कूपन जारी किया जाएगा। योजना शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन सोनोग्राफी सेंटर्स को ट्रेनिंग देनी है, 29 जुलाई को मीटिंग देेकर प्रक्रिया की जानकारी देंगे। प्रबल संभावना है कि यह योजना 9 अगस्त से शुरू हो जाएगी।