शहर के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने शनिवार को आवश्यकता होने पर एटीएम जाकर रुपए निकालने के प्रयास किए, तो कई एटीएम खाली मिले। पेंशनर्स रामसिंह, सतीश चन्द ने जिला कलक्टर से मांग की है कि बैंकों के उच्च प्रबंधन को नागरिकों की परेशानी भरे हालात से अवगत करवाएं। ताकि बैंक के ग्राहकों को एटीएम से रुपए निकालने की सुविधा सहज करवाई जाए। उन्होंने बताया कि एटीएम बंद होने पर आमजन, कर्मचारियों, महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों को चक्कर लगाने पड़ते हैं।
शहर के प्रमुख कार्यालय मिनी सचिवालय के सामने एसबीआई बैंक सहित आधा दर्जन बैंकों ने दिखाने मात्र के लिए एटीएम लगा रखे हैं। शनिवार को यहां उपभोक्ता निराश होकर लौटते नजर आए। किसी में भी पैसे नहीं थे। यहां अन्य बैंकों के एटीएम के साथ एसबीआई ने दो एटीएम लगा रखे हैं, लेकिन दोनों में ही ऑफलाइन लिखा हुआ आ रहा था। ऐसे में कई उपभोक्ता दूसरी बैंक के एटीएम में गए तो उनमें भी केश नहीं मिला।
योग शिक्षक के लिए डिप्लोमा जरूरी या डिग्री? केवी स्कूलों में योग्यता को लेकर सामने आ रही विसंगतियां
शहर के सिटी फोर लेन स्थित एसबीआई बैंक के बाहर लगे एटीएम में नोट फंसने से एटीएम बंद था। ऐसे में जो लोग मिनी सचिवालय के बाहर लगे एटीएम से निराश होकर लौटे तो उन्हे यहां भी राहत नहीं मिली। आखिर समय पर पैसा नहीं मिलने से कई लोग परेशान नजर आए। जिनमें से कई तो निजी अस्पताल में मरीज के तिमारदार थे, जिन्हे ज्यादा परेशानी हुई। मरीज के साथ आए रमेश कुमार ने बताया कि शाम को अस्पताल से छुट्टी देने की बोला है, इसलिए पैसे निकालने के लिए आया था, लेकिन पैसे ही नहीं निकल रहे। जिला मुख्यालय तो कम से 24 घंटे एटीएम में पैसे होने चाहिए।
मैं यहां मिनी सचिवालय के सामने लगे एटीएम से पैसे निकालने के लिए आए था। लेकिन ये बंद है। इसमें ऑफलाइन लिखा हुआ आ रहा है। कल भी रविवार होने से बैंक बंद रहेगी। मजदूर को पैसे देने थे, उसे नकद चाहिए।
– बबलू, झालावाड़।
मिनी सचिवालय के सामने लगे सभी एटीएम खाली है। एसबीआई बैंक के एटीएम से भी पैसे नहीं निकल रहे हैं। एक पार्टी को पेमेंट करना था। कल भी रविवार है। बैंक वालों को तीन दिन की छुट्टी के हिसाब से एटीएम को दुरस्त रखने चाहिए।
– इमरान खान,झालावाड़।
शाखा के बाहर लगे एटीएम में नोट फंसने से बंद है। मिनी सचिवालय के सामने का मुझे पता नहीं है।
– उमेश तिवारी, मैनेजर एसबीआई बैंक, झालावाड़।