मृतक के बड़े भाई धीरज सिंह ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले ऋषिराज की शादी भवानी मंडी क्षेत्र के गांव गरनावद मे हुई थी। लेकिन शादी के बाद से ही उसकी पत्नी मांगू कंवर को उसके पीहर पक्ष के लोग ससुराल भेजने में आनाकानी करते आए हैं। इसी बीच उसकी पत्नी को ससुराल भेजने के नाम पर पीहर पक्ष के लोगों ने उनसे करीब 5 से 7 लाख रुपए भी ले लिए। पिछले महीने भी मांगू कवर अपने पीहर गरनावद गई थी , लेकिन वापस लौटकर नहीं आई।
इसी बीच ऋषिराज दो बार गरनावद जाकर उसे वापस लाने का प्रयास कर चुका था, लेकिन ससुराल वालों ने उसे भेजने से इनकार कर दिया। शुक्रवार को जब वह ससुराल से वापस लौटा तब काफी परेशान था और इसी के चलते उसने फंदा लगाकर आत्महत्या की है। पुलिस ने ऋषिराज के परिजनों से लिखित में शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू की है।
गांव वालों ने बताया कि ऋषिराज बेहद गरीब परिवार से है। उसके पिता नाथू सिंह तीन चार बीघा जमीन पर खेती करते हैं। मृतक के दो भाई धीरज सिंह और विक्रम सिंह खेती-बाड़ी में अपने पिता का सहयोग कर घर खर्च चलाते हैं।
घटना का पता रविवार सुबह 7 बजे उस समय लगा , जब उसका बड़ा भाई ऋषिराज को जगाने के लिए कमरे में पहुंचा, तो वह अपने कमरे में कड़े से पट्टे का फंदा बनाकर लटका हुआ था। जिस पर उसने शोर मचाकर परिजनों और गांव वालों को मौके पर बुलाया और उसके भाई को फंदे से उतर कर जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद उसे मृत्यु घोषित कर दिया।