झालावाड़

घी में ही बिक गया सरकारी अफसर, पीड़ित से कहा घी ही दे दो, बाद में रुपए भी लिए…

Jhalwar news: उन्होनें बताया था कि महालेखाकार राजस्थान जयपुर के एएओ यानी लेखा अधिकारी मनोज कुमार खींची ने ऑडिट रिपोर्ट पूरी तरह से ओके करने और किसी भी परेशानी से बचाने की एवज में घूस मांगी थी।

झालावाड़Aug 08, 2024 / 10:57 am

JAYANT SHARMA

in brown pant

Jhalwar News: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बुधवार रात झालावाड़ जिले में स्थित श्री कृष्ण गौशाला की ऑडिट करने गए एक अधिकारी को घी और पच्चीस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए अरेस्ट कर लिया। दिन में उन्होनें पचास हजार मांगे थे, उसके बाद पच्चीस हजार में सौदा तय हुआ। कल दोपहर में बीस हजार ले लिए थे और शाम को पांच हजार और लिए। इस दौरान उन्होनें कहा कि पच्चीस हजार कम दे रहे हो तो घी ही दे दो, ऐसे में आठ किलो देसी घी भी ले लिया। लेकिन कैश और घी के साथ एसीबी ने उनको धर लिया। बताया जा रहा है कि अफसर की पगार ही करीब एक लाख रुपए से ज्यादा है, अन्य भत्ते अलग हैं।
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ट्रेप करने वाली झालावाड़ एसीबी टीम के अधिकारी जुगराज मीणा ने बताया कि झालावाड़ में स्थित गौशाला के सचिव प्रेम दाधीच ने इस बारे में सूचना दी थी। उन्होनें बताया था कि महालेखाकार राजस्थान जयपुर के एएओ यानी लेखा अधिकारी मनोज कुमार खींची ने ऑडिट रिपोर्ट पूरी तरह से ओके करने और किसी भी परेशानी से बचाने की एवज में घूस मांगी थी। उन्होनें पचास हजार रुपए मांगे थे, जबकि हमारी गौशाला की ऑडिट रिपोर्ट में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी।
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एसीबी ने अपने स्तर पर शिकायत की जांच की तो शिकायत सही पाई गई। उसके बाद एसीबी ने ट्रेप प्लान कर लिया। अधिकारी ने कागज की पर्ची पर लिखकर पचास हजार मांगे थे, उसके बाद पच्चीस में सौदा तय किया था। दोपहर में वहीं पर बीस हजार लिए और शाम को कोटा रोड स्थित एक होटल में बाकि की रकम ली। इस दौरान पांच हजार रुपए और आठ किलो देसी घी लिया। लेकिन होटल के कमरे में ही एसीबी ने उनको ट्रेप कर लिया।

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