यह भी पढ़ेंःसुहाग के पर्व तीज से पहले भाई ने उजाड़ दिया बहन का सुहाग, जीजा को गोली मारी, तलवार से काट दिया ट्रेप करने वाली झालावाड़ एसीबी टीम के अधिकारी जुगराज मीणा ने बताया कि झालावाड़ में स्थित गौशाला के सचिव प्रेम दाधीच ने इस बारे में सूचना दी थी। उन्होनें बताया था कि महालेखाकार राजस्थान जयपुर के एएओ यानी लेखा अधिकारी मनोज कुमार खींची ने ऑडिट रिपोर्ट पूरी तरह से ओके करने और किसी भी परेशानी से बचाने की एवज में घूस मांगी थी। उन्होनें पचास हजार रुपए मांगे थे, जबकि हमारी गौशाला की ऑडिट रिपोर्ट में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी।
यह भी पढ़ेंःऐसा बयान दिया की गंवा दी अच्छी खासी सरकारी नौकरी, मंगलसूत्र और सिंदूर नहीं पहनने की सलाह देने वाली टीचर सस्पेंड… एसीबी ने अपने स्तर पर शिकायत की जांच की तो शिकायत सही पाई गई। उसके बाद एसीबी ने ट्रेप प्लान कर लिया। अधिकारी ने कागज की पर्ची पर लिखकर पचास हजार मांगे थे, उसके बाद पच्चीस में सौदा तय किया था। दोपहर में वहीं पर बीस हजार लिए और शाम को कोटा रोड स्थित एक होटल में बाकि की रकम ली। इस दौरान पांच हजार रुपए और आठ किलो देसी घी लिया। लेकिन होटल के कमरे में ही एसीबी ने उनको ट्रेप कर लिया।