झालावाड़

बदलते मौसम का असर: चर्म रोग की चपेट में मरीज, सैकड़ों की संख्या पहुंच रहे अस्पताल

– जनाना चिकित्सालय में लग रही लंबी कतारें

झालावाड़Sep 13, 2024 / 12:22 pm

harisingh gurjar

झालावाड़.जिले में कभी तेज बारिश तो कभी धूप व उमस भरे मौसम में इन दिनों वायरल और फंगल संक्रमण के मरीज बढ़ गए हैं। अस्पतालों में स्किन एलर्जी, बुखार, हाथ पैर में दर्द, कालरा,उल्टी, पेट में ऐंठन आदि के बीमार आ रहे हैं। ऐसे में मरीजों को घंटो इंतजार करना पड़ रहा है।हर जगह लाइन से गुजरना पड़ रहा है। पहले पर्ची के लिए लाइन, फिर डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन, उसके बाद दवाई लेने के लिए लाइन। ऐसे में मरीजों की संख्या को देखते हुए चिकित्सा प्रशासन को स्टाफ बढ़ाने की जरुरत है। पिछले एक सप्ताह में अकेले जनाना अस्पताल के चर्म रोग विभाग में मरीजों की संख्या 30 फीसदी तक बढ़ गई है। बारिश के सीजन में मच्छर और कीट के पनपने के कारण शरीर पर फफोले व रेशैज वाले मरीज आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित हीरा कुंवर बा जनाना चिकित्सालय में प्रतिदिन 500-600 मरीज दिखाने आ रहे हैं। वहीं निजी अस्पतालों व क्लीनिक के आंकडों को जोड़ा जाए तो यह आंकड़ा एक हजार से पार पहुंच जाएगा।
इस कारण बढ़ रहे चर्म रोग के मरीज-

शेषज्ञों का कहना है कि बारिश के पानी में नहाने के कारण स्किन एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कई बार बारिश के गड्ढ़ों आदि में पानी में बच्चे नहाते हैं। उसके कुछ समय बाद ही उन्हें खुजली की शिकायत हो जाती है। ऐसे मौसम में बच्चों का खासतौर पर ध्यान रखने की जरुरत है। गंदा पानी स्किन इंफेक्शन का कारण बन सकता है।
बरतें सावधानी-

चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि बारिश के मौसम में पनपने वाली बैक्टीरिया संबंधी बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि स्वच्छ खानपान के साथ साफ-सुथरे कपड़े पहने व इसके साथ ही आद्र्रता बढऩे से शरीर को सूखा रखना जरूरी है। ऐसे में भीगने से बचें। किसी कारण से पानी में भीग गए हैं तो तत्काल शरीर को पोंछकर सूखे कपड़े पहने।
एक घंटे लाइन में लगना पड़ रहा-

मैं चर्म रोग संबंधी परेशानी के लिए जनाना चिकित्सालय में दिखाने आया था, लेकिन एक घंटे से लाइन में लगे हुए है। रामेश्वर मरीज, जीरापुर।
इनका कहना है

बारिश के मौसम में उमसभरी गर्मी से मरीज बढ़ जाते है, शरीर पर गीला कपड़ा कम से कम रखें, बारिश में रैन कोट साथ लेकर चले। बदला मौसम त्वचा संक्रमण बढ़ाने के लिए एक आदर्श वातावरण होता है। पानी खूब पीएं। जिस दिन बारिश नहीं होती है उस दिन धूप व हवा के साथ एलर्जी करने वाले कण होते हैं वह अच्छी खासी बीमारी पैदा करते हैं।इस मौसम में एक्जिमा, खाज, मुंहासे, घमौरियां, त्वचा पर चकत्ते, खुजली वाली त्वचा मरीज जैसे मरीज आ रहे हैं।
डॉ.अतुल विजय, चर्म रोग विशेषज्ञ, जनाना चिकित्सालय,झालावाड़।

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