ये है योजना का उद्देश्य
लाडो योजना को चालू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि राज्य में बालिका जन्म के प्रति सकारात्मक सोच एवं बालिका का समग्र विकास सुनिश्चित करना। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ मृत्यु दर में कमी लाना, बालिका शिशु मृत्यु दर में कमी लाना एवं घटते शिशु लिंगानुपात को सुधारना। बालिकाओं का विद्यालय में नामांकन एवं ठहराव सुनिश्चित करना। बालिकाओं की उच्च शिक्षा सुनिश्चित करना एवं बाल विवाह में कमी लाना आदि उद्देश्य के चलते सरकार ने लाडो योजना की शुरुआत की है। यह भी पढ़ें
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योजना का लाभ कैसे मिलेगा
प्रसूता राजस्थान की मूल निवासी हो राजकीय चिकित्सा संस्थान या जननी सुरक्षा योजना के लिए अधि स्वीकृत निजी चिकित्सा संस्थान में जन्म लेने वाली बालिका योजना का विवरण बालिका के जन्म पर एक लाख की राशि का संकल्प पत्र प्रदान किया जाएगा संपूर्ण भुगतान सात किस्तों के रूप में डीबीटी के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा। बालिका के वयस्क होने तक किसी बालिका के माता-पिता अथवा अभिभावक के बैंक खाते में एवं सातवीं किस्त बालिका के बैंक खाते में डीबीडी के माध्यम से ऑनलाइन हस्तांतरित की जाएगी। साथ ही राजश्री योजना को लाडो प्रोत्साहन योजना में समाहित किया जाएगा एवं राजश्री की आगामी किस्तों का लाभ पात्रता अनुसार लाडो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत देय होगा।यह किए नए बदलाव
योजना की प्रथम दो किस्तों के बाद किसी चरण में किसी किस्त का लाभ नहीं लिए जाने की स्थिति में युक्तियुक्त कारण का उल्लेख करते हुए पात्रता पूर्ण करने वाली बालिका को अगली किस्त का लाभ दिया जा सकेगा। वही मुख्यमंत्री राजश्री योजना को लाडो प्रोत्साहन योजना में समाहित किया जाएगा एवं राजश्री योजना की आगामी किस्त का लाभ पात्रता अनुसार लाडो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत देय होगा। पूर्व में एक भी किस्त चूक जाने पर इसका लाभ नहीं मिलता था। राजकीय विद्यालय में पढने वाली बालिकाओं को ही मिलती थी। लेकिन सरकार ने इसका दायारा बदल कर मान्यता प्राप्त स्कूलों को भी इसमें शामिल किया है। जिससे प्रदेश की कई वंचित बालिकाओं को इसका लाभ मिल सकेगा। यह भी पढ़ें
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इस प्रकार से होगा भुगतान
प्रथम किस्त चिकित्सा संस्थानों में बालिका के जन्म पर – 2500 बालिका की आयु 1 वर्ष पूर्ण होने पर एवं समस्त टीकाकरण पर- 500 राजकीय विद्यालय या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में बालिका के प्रथम कक्षा में प्रवेश लेने पर -4000
राजकीय विद्यालय अथवा राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में बालिका के कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर -5000 राजकीय विद्यालय अथवा राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में बालिका के कक्षा 10 में प्रवेश लेने पर 11000 रुपए
राजकीय विद्यालय अथवा राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में बालिका के कक्षा 12 में प्रवेश लेने पर- 25000 सरकार से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने एवं 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर- 50000 रुपए
पहले ये योजना मुख्यमंत्री राजश्री योजना के नाम से संचालित थी। अब इसे 1अगस्त 2024 से लाड़ो योजना में मर्ज कर लिया गया है। जिले में 5288 का लक्ष्य था, जिसमें से 92 फीसदी पूर्ण कर लिया गया है। इसमें बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक लाख रुपए अलग-अलग स्तर पर बालिका के खाते में राज्य सरकार द्वारा डाला डाले जाते हैं।
डॉ. साजिद खान, सीएमएचओ,झालावाड़