झालावाड़. जिले के पीएमश्री स्कूलों की बाल वाटिकाओं में अध्ययनरत छोटे बच्चों की कल्पनाशीलता एवं रचनात्मकता को मजबूत करने के लिए अब अभिभावकों को ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें बच्चों के सीखने की क्षमता के अनुसार खिलौने नहीं खरीदने पड़ेंगे। इसके लिए स्कूलों में ही व्यवस्था की जाएगी।
यह व्यवस्था राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद करेगी। इसके लिए बजट भी आवंटित किया गया है। छोटे बच्चों को जोडऩे एवं उनकी कल्पनाशीलता को मजबूत करने के लिए स्कूलों में प्ले मैट की व्यवस्था की जाएगी। इसकी खरीद राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद करेगी।
प्रत्येक स्कूल के लिए पांच हजार रुपए का बजट आवंटित किया गया है। वहीं झालावाड़ जिले में 14 स्कूल चल रहे हैं। अब इनमें प्ले मैट खरीदने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस समय प्रदेश में 402 पीएमश्री स्कूल संचलित हो रही है।
ये है उद्देश्य
बच्चों के किए कार्यों के प्रदर्शन के लिए स्थान उपलब्ध कराना, बच्चों में कल्पनाशीलता एवं रचनात्मकता का विकास करना, सीखने की भावना को प्रोत्साहित करना,स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा का विकास करना तथा सहपाठी बच्चों के कार्यों को देखकर स्वप्रेरणा का विकास करना है। शिक्षकों को पढ़ाने के अलावा बच्चों को प्रेरित करने का काम भी करना होगा। क्या है प्लेट मैट- प्लेट मैट में अंग्रेजी की वर्णमाला तथा अंकों को अलग-अलग रंग में प्रदर्शित किया जाएगा। बाल वाटिका के विद्यार्थी इस मैट पर चल कर अंग्रेजी की वर्णमाला को सही तरीके से समझ सकेंगे। इसका उपयोग विद्यार्थियों के तार्किक क्षमता के विकास से संबंधित गतिविधियां आयोजित करने के लिए किया जाएगा।जिले में इतने स्कूल
झालावाड़ जिले में पीएम श्री के 14 स्कूल है।जिनमें राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झालावाड़, दुर्गपुरा, भवानीमंडी, यूपीएस भिमनी, सरवर, राउमावि खानपुर, राबाउमावि अकलेरा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यायलय चंदीपुर, यूपीएस परपती, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्याल आमेठा, राउमावि नसीराबाद सहित जिले में 14 पीएम श्री विद्यालय है। जिले के 14 स्कूलों में प्ले मैट आदि खरीदने का काम शिक्षा परिषद के माध्यम से होगा। इसके लिए स्कूलों को बजट दिया जाएगा। इसका उद्देश्य यही है कि पीएम श्री विद्यालयों की बालवाटिकाओं में छोटो बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय व नवोदय विद्यालयों की तर्ज पर शिक्षा मुहैया करवाई जाएं। ताकि छोटे बच्चे रचनात्मक तरीके से खेल-खेल अक्षर ज्ञान व तार्किक ज्ञान प्राप्त कर सकें।