इस योजना के तहत लगेंगे प्लांट जिले में प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सुनेल, मिश्रोली, सरड़ा व करनवास में सौर ऊर्जा से संचालित प्लांट स्थापित किए जाएंगे। प्रथम चरण में चारों विधानसभाओं में एक-एक प्लांट स्थापित किया जा रहा है। आगे और भी प्लांट लगाए जाएंगे। जिले में लगने वाले चारों प्लांट की कुल लागत 37 करोड़ से अधिक होगी।
किसानों को फायदा सौर ऊर्जा प्लांट का सबसे बड़ा फायदा किसानों के लिए ये होगा कि सूरज से दिन में ही बिजली बनती है, और किसानों को भी दिन में ही बिजली की जरुरत पड़ती है, उन्हें दिन में ही बिजली मिल जाएगी, इस लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए जा रहे हैं। वहीं बिजली की छीजत पर रोक लगेगी वहीं बार-बार जंपर जलने की समस्या से भी निजात मिलेगी
ये आ रही परेशानी सूत्रों ने बताया कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को जानकारी के अभाव में सौलर सिस्टम लगाने के लिए जगह नहीं देने के चलते भी जिले में सौलर प्लांट लगाने में कंपनी को परेशानी आ रही है। जबकि इनके लगने से किसानों को भी फायदा होगा, वहीं उन्हे जमीन का किराया भी मिलेगा और सस्ती बिजली भी।
प्लांट लागत सुनेल 4.06 मेगावॉट 14.21 करोड़ रुपए मिश्रोली 3.59 मेगावॉट 12.56 करोड़ रुपए सरड़ा 0.86 मेगावॉट 3.01 करोड़ रुपए करनवास 2.07 मेगावॉट 7.24 करोड़ रुपए जिले में चार सौर ऊर्जा प्लांट लगाए जाएंगे। एक मेगावाट के लिए 2 हैक्टेयर जमीन चाहिए। दो प्लांट एक माह में चालू हो जाएंगे वहीं दो में अभी समय लगेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि किसानों को सिंचाई के लिए दिन के समय बिजली मिलेगी।
विश्वम्बर सहाय, अधीक्षण अभियंता, जयपुर डिस्कॉम, झालावाड़