हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट मोनिका हटीला ने बेहद गलत हरकत करते हुए एक स्टूडेंट को खूब चांटे जड़े। एक महिला ने स्टूडेेंट को बचाने की कोशिश की पर सुपरिंटेंडेंट मोनिका हटीला नहीं मानी। उन्होंने स्टूडेंट से आपत्तिजनक बातें बोली और उसके पेरेंट्स को भी कॉल करने की बात कही।
बताया जा रहा है कि हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट मोनिका हटीला ने स्टूडेंट को घास काटने के लिए कहा था जिससे उसने मना कर दिया। स्टूडेंट के मना करने पर सुपरिंटेंडेंट गुस्सा उठीं और उसके साथ मारपीट करने लगीं।
हरकत सामने आने के बाद जिलेभर से हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट मोनिका हटीला पर कार्रवाई की मांग उठने लगी। इसके बाद झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना ने हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट मोनिका हटीला को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।
बताया जा रहा है कि प्रशासन को रविवार शाम को ही मामले की भनक लग गई थी लेकिन इसकी पुष्टि करने और हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट की पुख्ता करने के बाद ही कार्रवाई की गई। हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट को अब रानापुर विकास खंड में भेज दिया गया है।
कलेक्टर ने कन्या शिक्षा परिसर थांदला के प्राचार्य राजेन्द्र मोरिया से मामले की जांच करवाई। जांच में प्रथम दृष्टया घटना सही पाई गई। प्राचार्य राजेन्द्र मोरिया ने आदिम जाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त निशा मेहरा को रिपोर्ट सौंपी। सहायक आयुक्त ने कलेक्टर नेहा मीना के आदेश पर हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट मोनिका हटिला को निलंबित कर रानापुर विकास खंड भेज दिया है।
झाबुआ में इससे पहले भी छात्रावासों में अनेक अप्रिय घटनाएं घट चुकी हैं। एक साल पूर्व एक डिप्टी कलेक्टर ने छात्रावास की स्टूडेंट से छेड़छाड़ की थी।