जौनपुर

पूर्व सांसद धनंजय सिंह, शाहगंज विधायक शैलेंद्र यादव और एमएलसी बृजेश सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

खुटहन ब्लॉक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हुआ था बवाल, कोर्ट ने विधायक और एमएलसी की सुरक्षा वापस ली ।

जौनपुरNov 14, 2017 / 09:46 am

Akhilesh Tripathi

धनंजय सिंह

जौनपुर. खुटहन में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान हुए बवाल मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह, शाहगंज विधायक शैलेंद्र यादव ललई, एमएलसी बृजेश सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। 6 नवंबर को खुटहन ब्लॉक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान जमकर उपद्रव हुआ था। सोमवार को एसीजेएम चतुर्थ श्वेता श्रीवास्तव ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इन सभी पर फायरिंग, आगजनी और तोड़फोड़ समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने लगातार दो दिनों सभी के आवास पर छापेमारी भी की थी। कोर्ट ने विधायक और एमएलसी की सुरक्षा वापस ले ली है।
 

बता दें कि बीते सोमवार को खुटहन ब्लॉक में अविश्वास प्रस्ताव के लिए वोटिंग होनी थी। बीडीसी सदस्य ब्लॉक तक न पहुंच सकें इसके लिए पूर्व सांसद धनंजय सिंह, विधायक शैलेंद्र यादव ललई और एमएसली ब्रिजेश सिंह प्रिंसू ने पूरी फील्डिंग सजा रखी थी। उनके समर्थकों की फौज ने हर रास्ते का अवरूद्ध कर रखा था। जैसे ही बीडीसी सदस्यों को लेकर वाहन पहुंचा, उस पर पथराव शुरू हो गया। इसके बाद जम कर हवाई फायरिंग और तोड़फोड़ हुई।
 

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सांसद हरिबंश सिंह के काफिले की एक स्कार्पियो को फूंक दिया गया। मामले में पुलिस ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह, विधायक शैलेंद्र यादव ललई और एमएसली ब्रिजेश सिंह प्रिंसू समेत 11 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मंगलवार की देर रात सांसद तहरीर लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने दूसरा मुकदमा भी दर्ज कर लिया। जांच में जुटी पुलिस ने तीनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी।
 

 

पूर्व सांसद धनंजय सिंह, शाहगंज विधायक शैलेंद्र यादव ललई और एमएलसी ब्रिजेश सिंह प्रिंसू के ठिकानों पर पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। जौनपुर से लेकर लखनऊ तक आवास पर टीम ने एक बाद एक दबिश दी। हालांकि इस दौरान पुलिस के हाथ कोई नहीं लगा।

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