जौनपुर जिले की मडियाहूं सीट से अपना दल भाजपा गठबंधन से 2017 में चुनाव जीतने वाली लीना तिवारी का पार्टी में काफी ब़ड़ा कद है। सरकार के गठबंधन और अपना दल एस के नौ विधायक होने के बाद भी योगी सरकार में इस पार्टी के किसी भी विधायक को 2017 में मंत्री नहीं बनाया था। कहा जाता है कि उस समय वादा किया गया था कि मंत्रिमंडल विस्तार में अपना दल से भी किसी को मंत्री पद दिया जायेगा
2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना दल (एस) ने 11 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे और उनमें से 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जीती हुई सीटों पर अपना दल (एस) का वोट शेयर करीबन 41.45 फीसदी था। हारी हुई सीटों पर भी अपना दल (एस) सिर्फ 1.3 फीसदी वोट के अंतर से पीछे रही थी। इन्ही नौ सीटों में से एक सीट मडियाहूं विधानसभा भी थी, जिस पर लीना तिवारी ने सपा की श्रद्दा यादव को हरा दिया था। अपना दल(एस) की लीना तिवारी को कुल 48 हजार 230 वोट मिले थे तो सपा प्रत्याशी श्रध्दा यादव को 40 हजार 121 वोट मिले वहीं बसपा के भोलानाथ शुक्ला को 30 हजार 635 पर संतोष करन पड़ा था।
नौ सीटों पर जीत के बाद भी कोई मंत्री पद न मिलने से पार्टी के अध्यक्ष लगातार सरकार पर दबाव बनाने का काम करते हैं। उन्हे उम्मीद थी की शायद लोकसभा चुनाव के बाद केन्द्र में जगह मिल जाये लेकिन वो भी नहीं हुआ। अब मंत्रिमंडल विस्तार के समय पार्टी को विश्वास है कि इस बार उसे पद जरूर मिलेगा। करीबी सूत्रों की मानें तो अपना दल(एस) कोटे से लीना तिवारी का मंत्री बनना लगभग है।
कौन हैं लीना तिवारी अपना दल एस की नेता लीना तिवारी 2017 में पहली बार मड़ियाहूं विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ीं थी। सपा बसपा का गढ़ कहे जाने इस सीट पर कद्दावर नेता श्रद्दा यादव को इन्होने हरा दिया। राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाली लीना के श्वसुर राजकिशोर तिवारी प्रदेश के बड़े कांग्रेस नेता थे। वो मड़ियाहू सीट से विधायक भी थे। अब परिवार की राजनीतिक विरासत लीना संभाल रही हैं। पार्टी के करीबी सूत्र बताते हैं कि लीना को मंत्रिमंडल में जगह मिलने जा रहा है।