दरअसल प्रतिदिन एमडीएम लाभान्वित बच्चों की संख्यात्मक एंट्री ऑनलाइन गवर्मेंट के पोर्टल में की जानी है। यह एंट्री मोबाइल ऐप के माध्यम से प्रधान पाठकों द्वारा ही की जानी है। लेकिन 150 प्रधान पाठक की लापरवाही से मिड-डे-मिल की एंट्री नहीं हो सकी है।
शासन की महत्वपूर्ण योजना में की गई लापरवाही
बगीचा बीईओ हेमंत नायक ने बताया की मिड-डे-मिल शासन की एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना की ऑनलाइन एंट्री में प्रधान पाठकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है, जिसके मद्देनजर 150 प्रधान पाठक जिन्होंने ऑन लाइन इंट्री नहीं की है ,उन्हें शो काज नोटिस जारी किया गया है।
प्रधानपाठकों का कहना- हम तो रोज कर रहे एंट्री
इधर प्रधान पाठकों का कहना है की उनके द्वारा ऑनलाइन इंट्री प्रतिदिन की जा रही है लेकिन पोर्टल में रिपोर्ट क्यों नहीं दिख रहा, यह उन्हें पता नहीं है।