इस संबंध में वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को करीबन 1 बजे कांसाबेल वन परिक्षेत्र के बटईकेला इलाके के कूदराझरिया जंगल की ओर जाते हुए 35 हाथियों का दल देखा गया है। हाथियों का दल आने की खबर पर क्षेत्र के लोग दहशत में रात भर जागते रहे। वन विभाग का दावा है कि, वन विभाग की टीम लगातार इन हाथियों पर नजर बनाए हुए है। रेंजर प्रभावती चौहान ने बताया कि 35 दल का हाथी सरगुजा की ओर से आ गया है, ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से रोका जा रहा है।
बताया जा रहा है कि हाथियों द्वारा साजापानी गांव में कुछ घरों को तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया है, साथ ही खेतों में लगे धान के फसलों को नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग की ओर से कहा गया कि, क्षति का आंकलन करने के बाद मुआवजा प्रकरण बनाया जाएगा।
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हाथियों को सरगुजा की ओर खदेड़ रहे ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार, 35 हाथियों का यह दल सबसे पहले सीतापुर वन परिक्षेत्र में पहुंचा था, जहां धान, साग-सब्जी खाकर और पैरों से कुचलकर नुकसान पहुंचाते हुए सभी 35 हाथी बालाझार-तमता मुख्य मार्ग को पार कर आगे बढ़ रहे हैं। हाथी जिस ओर भी जा रहे हैं, वहां धान समेत दूसरी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। एक साथ 35 हाथी होने के कारण इनकी निगरानी में भी परेशानी हो रही है। रात के अंधेरे में हाथियों से जनहानि रोकना वन विभाग के लिए कड़ी चुनौती साबित हो रही है। वन विभाग ने कई गांवों के लिए अलर्ट जारी किया है। ज्यादा संख्या होने के कारण जिस खेत से होकर ये गुजर रहे हैं, वहां नुकसान कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सारी रात हाथियों की निगरानी में लगे हुए हैं। हाथियों के विचारण क्षेत्र से लगे गांव में लोगों को सतर्क किया जा रहा है।