ग्रामीणों ने दुलदुला थाने को लिखित शिकायत कर बताया कि पिछले 1 वर्ष से नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है। इस वर्ष मानसून की पहली बरसात में निर्माण एजेंसी द्वारा बनाए गए पुल के बरसात में बह जाने के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था इसके बावजूद भी निर्माण एजेंसी द्वारा डायवर्सन सह पाईप की व्यवस्था नही की गई जिसके चलते सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश में पानी डायवर्सन के ऊपर से बहने लगा और किसानों की धान की फसलें चौपट हो गई और डायवर्सन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते क्षेत्रवासियों को मालवाहन के अलावे आने जाने और नियमित कार्य करने तक मे भारी दिक्कतें आ रही हैं। उपर से तकरीबन 20 एकड़ में लगी किसानों की फसलें भी तबाह हो गईं।
इस पूरे मसले में स्थानीय विधायक यूडी मिंज ने भी नाराजगी जाहिर की है। यूडी मिंज ने कहा है कि सरकार के इतने बड़े प्रोजेक्ट में इतनी बड़ी लापरवाही समझ से परे है। उन्होंने कहा कि शिवालया एजेंसी द्वारा कराए जा रहे एनएच 43 के निर्माण में घोर लापरवाही शुरू से चल रही है, जिसे देखते हुए उन्होंने निर्माण कार्यों की जांच के लिए विभाग के सीनियर अधिकारियों को पत्र लिखा था और उनके पत्र के आधार पर विजिलेंस की टीम गत दिनों जांच में आई थी और जांच में कई खामियां निकलकर सामने आई है।