इंडियन एडवेंचर फांउडेशन के तत्वावधान में दूसरी बार नेशनल केदार कांठा विंटर ट्रैक का आयोजन किया गया। यह उतराखंड के देहरादून जिले 200 किलोमीटर दूर सांकरी में स्थित है। इसमें 8 राज्य के 26 प्रतिभागी शामिल हुए थे, जिसमें जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ विकासखंड के ग्राम खोखरी के विशाल यादव भी शामिल था।
पूरा हुआ सपना
विशाल यादव का सपना एशिया के सबसे ऊंची चोटी केदार कांठा को फतह करना था। केदार कांठा के चोटी पर पहुंचने के बाद भारत माता की जय, वंदे मातरम, छत्तीसगढ़ महतारी की जय, छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा के जयकारे लगाए। विशाल यादव ने बताया कि केदार कांठा ट्रैक का सफर बेहद कठिन और चुनौतीपूर्ण था।
पिता ने किया बेटे पर गर्व
विशाल यादव की सफलता पर पिता नायक चंद यादव मां रुक्मणी देवी यादव ने कहा कि बेटे ने जांजगीर जिला सहित ग्राम खोखरी का नाम रोशन किया है। उन्हें अपने बेटे पर हमें गर्व है। वहीं विशाल का कहना है कि यदि हौसला बुलंद हो तो बड़े से भी बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
कहां है केदारकांठा?
केदारकांठा उत्तराखंड के उत्तरकांशी जिले में 3800 मीटर की ऊंचाई पर गोविंद वन्यजीव अभ्यारण्य में एक चोटी है, जो केदारकांठा के नाम से प्रसिद्ध है। इसी केदारकांठा (Kedarkantha) तक यात्रा को हर साल पर्यटक ट्रैक करने के लिए जाते हैं। केदारकांठा के सुरम्य सुंदर मनमोहक खूबसूरती सहसा अपनी ओर आकर्षित करती है।