ऑडिटोरियम में जिला स्तरीय वितरण कार्यक्रम…
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के किसानों को दो साल के धान की बकाया बोनस राशि का वितरण 25 दिसंबर सुशासन दिवस के अवसर पर किया जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसम्बर सुशासन दिवस के अवसर पर धान बोनस वितरण का जिला स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम नवनिर्मित ऑडिटोरियम भवन में दोपहर 01 बजे से आयोजित होगा। वर्चुअल कार्यक्रम का प्रसारण जिले के सभी विकासखंड मुख्यालय एवं 101 सहकारी समितियां में भी किया जाएगा । जिसमें किसानों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का उद्बोधन एवं संवाद का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
अवकाश फिर भी खुले रहेंगे जिला सहकारी बैंक की शाखाएं….
चूंकि 25 दिसंबर को क्रिसमस को लेकर राष्ट्रीय अवकाश है लेकिन बोनस राशि वितरण को लेकर फस्र्ट हॉफ में सहकारी बैंक के शाखाएं खुली रहेंगी। ताकि बोनस राशि का वितरण कार्यक्रम किसानों के लिए आयोजित किया जा सके। उप पंजीयक सहकारी सेवाएं जांजगीर-चांपा उमेश गुप्ता के मुताबिक किसानों के खाते में राशि डाली जाएगी। वहीं किसानों को कार्यक्रम में प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इसके बाद किसान बोनस राशि भी आहरण कर सकते हैं।
किसानों में दोगुनी खुशी का माहौल
बोनस राशि को लेकर किसानों में खुशी का माहौल भी नजर आ रहा था क्योंकि किसानों को बोनस के रूप में जो पैसे मिल रहे हैं उसकी किसानों ने उम्मीद भी नहीं की थी। लेकिन 25 दिसंबर का दिन किसानों के लिए एक तरह से यादगार रहेगा। यह खरीफ सीजन किसानों के लिए पैसे की बरसात वाला सीजन साबित होने जा रहा है। पहला बोनस मिल रहा है तो दूसरी ओर धान बेचने वाले किसानों को समर्थन मूल्य भी प्रति एकड़ 3100 रुपए दिया जा रहा है। इतना ही नहीं 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी बचेंगे। इस तरह प्रति एकड़ किसानों को पिछले साल की तुलना में 25 हजार रुपए ज्यादा मिलेंगे।
खाता बंद हो चुका तो होगी परेशानी…
बताया जा रहा है धान का बोनस उसी खाते में डाला जाएगा, जिस खाते में खरीफ सीजन 14-15 और 15-16 में धान खरीदी हुई है। ऐसे में मौत या अन्य वजह से जिन किसानों के बैंक खाते बंद हो गए हैं उन्हें बोनस की राशि पाने में परेशानी हो सकती है। बोनस के हकदार या वारिस को बैंक में जाकर स्पष्ट करना होगा कि वह बोनस के रकम लेने के पात्र है। इसके चलते बैंक और सोसायटियों के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं।