बता दें कि मनबोध कुर्रे पिता समारू लाल कुर्रे सबरियाडेरा घोघरा ग्राम पंचायत मोहगांव के प्राथमिक शाला में शिक्षा कर्मीवर्ग 3 के पद पर पदस्थ है, जिसकी 12वीं कक्षा की अंकसूची फर्जी बताई जा रही है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के वेबसाइट में सर्च करने पर पता चला है कि मनबोध कुर्रे की मार्कशीट में जो रोल नंबर अंकित है वह माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेब साइट के अनुसार बिलासपुर के नरेंद्र कुमार कौशिक के नाम को दर्ज है। मनबोध के द्वारा कूटरचना कर अन्य व्यक्ति के अंकसूची में अपना नाम अंकित कराया और भौतिक, केमेस्ट्री और गणित में क्रमश: 83, 87 और 85 नंबर अंकित कर डिकटेंशन बनाया है।
जबकि नरेंद्र कौशिक विज्ञान संकाय का छात्र है और उसके मार्कसीट में कूटरचना कर मनबोध द्वारा गणित संकाय का होना बताया गया है। दोनों के मार्कशीट में केंद्र क्रमांक 23001 लिखा है वहीं संस्था क्रमांक 232003 दर्ज है, नियमित या स्वाध्यायी के कलम में रेगुलर लिखा है और दोनों का अनुक्रमांक 23502677 भी एक ही है। वहीं सरल क्रमांक 050729472 नरेंद्र कौशिक का है और 050739472 यानी 2 को 3 बना कर यहां पर भी कूटरचना की गई है। वहीं पंजीयन क्रमांक दोनों अंकसूची में अलग अलग है। जिससे साफ जाहिर होता है कि मनबोध कुर्रे द्वारा नौकरी पाने के लालच में धोखाधड़ी करते हुए 12वीं की किसी और अंकसूची में छेड़छाड़ करते हुए अपने नाम की अंकसूची फर्जी तरह से बनाया है।