पत्रकारों से रूबरू होते हुए करिश्मा ने मॉडलिंग से लेकर अपने अभिनय तक के सफर को न सिर्फ साझा किया बल्कि उन्होंने आज जाने की जिद न करो गाने को मधुर आवाज में गाया। करिश्मा ने बताया कि बचपन से एक्टर बनने का उनका कोई सपना नहीं था। पटना में उनका बचपन बीता। कॉलेज की पढ़ाई के लिए पुणे पहुंची। वहां होने वाले फेस्ट में भाग लिया करती थीं। वहीं से उन्हें मॉडलिंग करने शौक जागा और मॉडलिंग करने लगीं। काफी सालों तक मॉडलिंग करने के बाद टीवी सीरियल पवित्र रिश्ता में अभिनय करने का मौका मिला। इस सीरियल से वह काफी चर्चित हुईं और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री और टेलीवीजन सीरियल में काम के कई ऑफर आए। इसके बाद उन्होंने प्यार तुने क्या किया.. ये है मोहब्बतें… कॉमेडी सर्कस..जैसे टीवी शो काम किया। इस दौरान उन्हें फिल्म करने का मौका भी मिला। साथ ही एलबम में भी काम किया है।
वेब सिरीज में गंदगी है तो बच्चों को रखे फोन से दूर वेब सिरीज में दिखाए जा रहे हॉट सीन और गली गलौज को लेकर जहां यशपाल शर्मा व कई बड़े कलाकारों का कहना है कि वेब सिरीज में गंदगी आ गई। करिश्मा इस सिद्धांत से इत्तेफाक नहीं रखती हैं। करिश्मा का कहना है कि उनका काम है डिमांड के मुताक फिल्में बनाना। वेब सीरीज वैसे भी एडल्ट के लिए है। यदि उसमें वीडियों या गाली गलौज अच्छा नहीं लगता है तो पैरेंट्स को चाहिए कि वह बच्चों को मोबाइल से दूर रखें। बेटे का फोन चेक करें कि वह मोबाइल में किस तरह की जीचें देख रहा है।
काम देखकर मिला फिल्मों में मौका करिश्मा का कहना है कि टीवी सीरियल में उनके किरदारों को काफी पसंद किया गया। इसी की बदौलत उन्हें फिल्मों में काम मिलना शुरू हुआ। 2015 में आई फिल्म प्यार का पंचनामा से उन्होंने डेब्यू किया। यह फिल्म काफी हीट रही। अब तक वह बॉलीवुड की पांच फिल्मों में काम कर चुकी है। अंतिम फिल्म उड़ता चमन थी। आने वाले समय में एक्टर रणविजय के साथ एक वेब सीरिज में भी वह नजर आएंगी।
फिल्मों से ज्यादा टीवी सीरियल बनाना चैलेंजिंग करिश्मा का कहना है कि फिल्म बनाने के लिए हमारे पास काफी समय होता है। इसमें दिनभर में एक से दो सीन की शूटिंग करते है। जबकि टीवी में रोज 12 शॉट देने होते हैं। मेरे लिए फिल्मों से अधिक टीवी काफी चैलेंजिंग रहा। टीवी ने एक्टिंग को काफी बेहतर बनाया है। करिश्मा टीवी सीरियल, फिल्मों के अलावा कई सिंगर के विडियों में नजर आ चुकी है। प्रेसवार्ता में सिंगर गुरु कोहली ने कहां, हर आदमी में अलग टैलेंट छिपा होता है। बस उसे पहचाने की जरूरत होती है।