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यदि विद्युत वितरण कंपनी के ठेका कर्मचारी सभी मीटरों की समय पर रीडिंग करते तो उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना नहीं पड़ता। जिला मुख्यालय में विद्युत वितरण कंपनी के तमाम अधिकारी बैठे हैं। उनके निर्देशन में पूरी शहर के चप्पे चप्पे की बिजली व्यवस्था टिकी हुई है। यदि यही कर्मचारी यदि लापरवाही करना शुरू कर दें तो उपभोक्ताओं की परेशानी लाजिमी है। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय में 13 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता हैं। जिन्हें दिवाली के सीजन में समय पर बिजली बिल नहीं मिल पाया। बताया जा रहा है कि चुनाव व दिवाली सीजन में मीटर रीडिंग करने वाले घरों तक पहुंचे ही नहीं।
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जिसके चलते कई घरों में माह नवंबर का बिल ही नहीं पहुंचा है। उपभोक्ताओं को एवरेज बिल देकर जिम्मेदारी से मुक्ति पा लिए हैं। ठेका कर्मचारी अधिकारियों के लचर रवैया के चलते बेमन काम करते हैं। जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। बिजली बिल संबंधित परेशानी को देखते हुए हर रोज यहां बिल सुधरवाने वाले लोगों की भीड़ जमा हो रही है। कई उपभोक्ताओं का बिल सुधर रहा है तो कई उपभोक्ताओं को वर्तमान की रीडिंग लेकर कार्यालय पहुंचने कहा जा रहा है।
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