आखिरी दिन कहीं सर्वर डाउन तो कहीं अव्यवस्था का आलम ऐसे में महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना पड़ा। इधर अंतिम दिन होने की वजह से सर्वर डाउन रहा, कहीं-कहीं चल भी रहा था तो बहुत स्लो रहा। ऐसे में अधिकांश महिलाओं को च्वाइस सेंटर से बैरंग लौटना पड़ा और इधर आंगनबाड़ी में ऑफलाइन भी फार्म जमा नहीं लिया गया। इसलिए अंतिम दिन पहुंची अधिकांश महिलाएं फार्म जमा करने से वंचित हो गई। महतारी वंदन योजना के तहत 1000 रुपए की राशि प्रति माह पाने महिलाओं में उत्साह दिखाई दिया।
इनकम टैक्स के दायरे में ना आने वाली सभी विवाहित महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जाना है। जिसका फॉर्म ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से भरा जा रहा था। वहीं फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 20 फरवरी शाम 6 बजे तक निर्धारित की गई थी, लेकिन अंतिम तिथि पर शहर के कई आंगनबाड़ी केंद्रों में ऑफलाइन फार्म लेने से इंकार कर दिया। शहर के नैला, चंदनिया पारा सहित अन्य आंगनबाड़ी केन्द्रों में महिलाएं महतारी वंदन फार्म लेकर पहुंची।
आंगनबाड़ी केन्द्र में आफलाइन फार्म लेने से साफ इंकार कर दिया गया। कहा गया कि पहले ऑनलाइन फार्म भरकर लाओ। तभी जाकर फार्म जमा लिया गया। ऐसे में महिलाएं परेशान हो गई। इसके बाद तत्काल च्वाइस सेंटर की ओर रूख कीं, वहां पता चला कि सर्वर डाउन चल रहा है, साथ ही कहीं अगर चल रहा तो बहुत स्लो चल रहा है। घंटो में एक दो फार्म ही भरा पा रहा हैं। ऐसे में पूरे दिन इधर से उधर महिलाएं भटकती रहीं।
च्वाइस सेंटरों की हो गई चांदी अंतिम दिन महतारी वंदन फार्म भरने के लिए च्वाइस सेंटरों में भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि अंतिम दिन होने की वजह से सर्वर डाउन ने परेशानी बढ़ा दी। सर्वर डाउन होने की वजह से स्पीड में फार्म नहीं भर सके। बीच-बीच में फिर सर्वर आने के बाद धीरे-धीरे फार्म भरते रहे। फार्म भरने के एवज में च्वाइस सेंटरों में 50 से 100 रुपए तक लिया गया।