अब मशीन भी बंद पड़ी
रीपा गोठान के आजीविका के गतिविधियां पूरी तरह से ठप पड़ गई है। नई सरकार भी अब इन गोठानों के प्रति रुचि नहीं दिखा रही है। इस तरह के हालात किसी एक गोठान में नहीं बल्कि हर गोठान का यही हाल है। जिनते भी गोठान हैं उन गोठानों में आजीविका के जितने भी साधन है सभी ठप पड़ते दिखाई दे रही है। ऐसे में जिन लोगों ने लाखों खर्च कर अपने आजीविका के साधन संचालित कर रहे थे उन्हें काम नहीं मिल रहा है। गौरतलब है कि जांजगीर-चांपा व सक्ती जिला मिलाकर 9 रीपा गोठान है। जिसमें सभी तरह की गतिविधियां ठप पड़ी है।