पहले दिन ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिरों में दिखी। चंद्रपुर, खोखरा, शिवरीनारायण, हरदी और अड़भार में आस्था का सैलाब कुछ ज्यादा दिखी। शहर व अंचल के सभी देवी मंदिरों में ज्योति कलश के रूप में आस्था के दीप जगमगाने लगे हैं। अभिष्ट मुहुर्त में शंख, बिजघंट आदि की ध्वनि के साथ माता की मूर्तियां स्थापित की गई व अखंड दीप प्रज्वलित किए गए। चंद्रपुर स्थित चंद्रहासिनी देवी में 12 हजार ज्योति कलश भक्तों के द्वारा प्रज्जवलित कराए गए हैं। हरदी के महामाया मंदिर में 2060 दीप प्रज्जवलित कराए गए हैं। इनमें तेल ज्योति 1562, घृत ज्योति 128, तेल जवा 303 और घृत जवा 67 हैं।
यह भी पढ़ें
नैला में स्वर्णजड़ित मां दुर्गा की प्रतिमा का कल से दर्शन कर पाएंगे भक्त
इसी तरह खोखरा स्थित मनकादाई मंदिर, चांपा की समलाई दाई मंदिर, बलौदा में सरई शृंगार, अड़भार स्थित अष्टभुजी देवी मंदिर समेत सभी देवी मंदिरों में सोमवार को श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। समिति द्वारा विशेष प्रबंध किया गया था। इसलिए शहर के कई मंदिरों में देर रात तक भीड़ रही। देर रात तक मंदिरों में चहल-पहल बनी रही। अब पूरे 9 दिनों तक माता की भक्ति में भक्त लीन रहेंगे। नवरात्रि का त्यौहार में श्रद्धालुओं में उत्साह नजर आ रहा है। जगह-जगह दुर्गा मां विराजी हैं। सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र रेलवे स्टेशन का दुर्गोत्सव है। जहां स्वर्ण जड़ित माता दुर्गा की भव्य प्रतिमा बनाई गई है। बाहर से कारीगर दिन-रात एक करके काम करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा जगह-जगह व हर मोहल्ले में समितियों पंडाल बनाकर मां दुर्गा विराजी गई है। नौ दिन तक पूरा शहर भक्तिमय होगा। सबसे ज्यादा चंद्रपुुर में ज्योति कलश प्रज्जवलित चंद्रपुर में 12 हजार, मां मनका दाई खोखरा में 35 सौ, अष्टभुजी अड़भार में 2500, हरदी महामाया मंदिर में 2060, सरई श्रृंगारिणी मंदिर में 800, पहरियापाठ अन्नधरी मंदिर में 18 सौ ज्योति कलश भक्तों ने प्रज्ज्वलित कराए हैं। पहले दिन चंद्रपुर व खोखरा के मनका दाई मंदिर में भक्तों की भीड़ भी उमड़ी।