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बोर्ड परीक्षा के पहले ही दिन विसंगतियां सामने आने से व्यवस्था पर सवाल बोर्ड की परीक्षाएं 12 वीं के हिंदी विषय के साथ 1 मार्च से शुरू हुई है। बोर्ड परीक्षा के शुरुआती दौर में कई तरह की विसंगतियां सामने आ रही है। (Chhattisgarh Board Exam) बोर्ड परीक्षा के दौरान उस केंद्र में शिक्षक की ड्यूटी लगा दी, जहां उसकी भतीजी परीक्षा दे रही है, जो कि शिक्षा बोर्ड के नियमों के विरुद्ध है। उक्त स्कूल में ऐसे दो शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है जो उसी सब्जेक्ट के टीचर भी हैं। (Board Exam 2024) वहीं पर 12वीं कक्षा में भतीजी भी हिंदी विषय की परीक्षा दे रही है। ज्ञात हो कि जिले में पोरा बाई कांड होने के बाद प्रदेश में नकल के लिए जांजगीर-चांपा जिला को जाना जाता था। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा लगातार कड़ाई करते हुए सख्ती बरती गई। साथ ही सभी सेंटरों में अफसरों को तीन घंटे बैठने की ड्यूटी लगाई गई। इसके अलावा फ्लाइंग स्क्वायड की टीम बनाई गई है। काफी मशक्कत के बाद जिले में नकल का ग्राफ कम हुआ। लेकिन अब फिर से जिला प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं बरती जा रही है। इससे फिर से नकल का ग्राफ पिछले साल से बढ़ता जा रहा है। कुछ ऐसी ही लापरवाही इस साल फिर से सामने आई है। इधर पहले दिन गोधना स्कूल में एक विशेष छात्रों को नकल कराया जा रहा था।
इससे अन्य छात्र आक्रोशित हो गए और परीक्षा खत्म होने के बाद स्कूल परिसर में जमकर हंगामा भी किया। ग्रामीणों का आरोप है कि है कि आखिर जानकारी के बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा ड्यूटी कैसे लगा दी गई। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि भतीजी परीक्षा दे रही है, उस कक्ष में उस कमरे में शिक्षक का ड्यूटी नहीं लगाई गई है। दूसरे कमरे में उक्त शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। परिजन अगर उस परीक्षा सेंटर में ड्यूटी कर रहे हैं तो नकल को बढ़ावा तो मिल सकता है।
निजी स्कूल के संचालक को ही बना दिया उपकेन्द्राध्यक्ष जर्वे च में एक निजी गोस्वामी रामरतन संस्कृत विद्यालय को बोर्ड का परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। इसमें संचालक शिक्षक के रूप में कार्यरत है। बलौदा बीईओ द्वारा निजी स्कूल संचालक व्याख्याता राजेश भारती गोस्वामी को ही उपकेन्द्राध्यक्ष बना दिया गया है। साथ ही उसकी पत्नी भी शिक्षिका एलबी है। उसको परीक्षा केन्द्र का पर्यवेक्षक बना दिया गया है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बोर्ड परीक्षा किस हद तक पारदर्शिता बरती जा रही है। इधर जिला प्रशासन नकल रोकने कड़े रुख अख्तियार कर रहा है और मातहत अधिकारी सांठगांठ कर लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं।
क्या है नियमबोर्ड परीक्षा में जिस भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है। ड्यूटी के पहले घोषणा पत्र भरवाया जाता है। घोषणा पत्र में स्पष्ट रहता है कि जिस परीक्षा केन्द्र में कोई भी परिजन परीक्षा दे रहा है तो उसमें शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती है। इस परीक्षा केन्द्र कोई भी परिजन नहीं है। इसका घोषणा पत्र भरना होता है। माने इसमें इससे स्पष्ट है कि झूठी घोषणा पत्र भरकर गोधना स्कूल का शिक्षक आरएन साहू ड्यूटी कर रहा है।
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