बलौदा ब्लॉक के गांव हेडसपुर की पूर्व महिला सरपंच शांतिबाई चौहान के ऊपर 35 लाख रुपए का गबन का आरोप लगा था। जिस पर जांच टीम गठित की गई। जांच टीम द्वारा सही पाए जाने पर सरपंच पद से बर्खास्त किया गया था। इसके बाद जनपद पंचायत बलौदा सीईओ ने ग्राम हेडसपुर में स्थानापन्न सरपंच के लिए उप चुनाव करने को लेकर 5 दिसंबर को आदेश जारी किया था। गुरुवार की सुबह 11 बजे उप चुनाव कराने जनपद पंचायत अधिकारी और पुलिस टीम पहुंची हुई थी।
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तभी पूर्व महिला सरपंच शांति चौहान ने उप चुनाव नहीं कराने को लेकर जमकर हंगामा कर चुनाव नहीं कराने की मांग करते हुए आत्महत्या की चेतावनी देते हुए आवेदन दिया। जिस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जताई। इतना ही नहीं वह अपने साथ जहर लेकर पहुंची और पंचायत भवन में ही अधिकारियों और पुलिस के सामने ही जहर पी ली। जहर सेवन करते देख पुलिस टीम ने मौके पर बोतल को छीन ली। इसके बाद उपचार के लिए अस्पताल जाने की बात की। जिस पर शांति बाई अस्पताल नहीं जाने की जिद पर अड़ी रही और पंचायत भवन में बैठी रही। इसके बाद किसी तरह से पूर्व महिला सरपंच को सीएचसी अस्पताल बलौदा उपचार के लिए भेजा गया।
आत्महत्या की चेतावनी को लिया हल्के में
पूर्व सरपंच शांति बाई ने चुनाव अधिकारियों के सामने स्थानापन्न चुनाव का जमकर विरोध की। विरोध के बाद भी बात नहीं बनी तो लिखित में शिकायत करते हुए कही कि चुनाव गलत ढंग से कराया जा रहा है। इसे तत्काल निरस्त किया जाए। निरस्त नहीं करने की स्थिति में आत्महत्या कर लूंगी। लेकिन इस लिखित आवेदन को जिम्मेदार अधिकारियों ने हल्के में लिया। इसके बाद सरपंच ने कीटनाशक दवा का सेवन कर ली। टीम के साथ उपचुनाव कराने गए थे। इसी बीच पूर्व सरपंच द्वारा कीटनाशक दवा पीने का प्रयास करने लगी। इसके बाद अस्पताल में इलाज के भर्ती कराया गया। फिलहाल अभी वह स्वस्थ है।