जुआ खेलाने वालों का गैंग पूरी तरह से कमर कसकर तैयार हो चुका है। जुआ खेलाने वाले का गैंग पहले थानेदार से सेटिंग कर महीना बंधाने संपर्क कर चुके हैं। महीना बांधकर वे बेखटके जुआ खिलाना शुरू कर दिए हैं। जुआरी फड़ के हिसाब से एक से दो लाख रुपए तक का महीना खर्च थाना प्रभारियों को दिया जाता है। सेटिंग होने से पुलिस फड़ में छापामार कार्रवाई नहीं करती। थाना प्रभारियों को तमाचा तब लगता है जब अधिकारियों ने स्पेशल टीम भेजकर फड़ में छापामार कार्रवाई कराती है। हाल ही में अकलतरा व बलौदा थाना क्षेत्र में पुलिस ने छापेमारी कर दो फड़ संचालकों को पकड़ा था। इनके कब्जे से बड़ी रकम जब्त की थी।
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