बस स्टैंड पिपरदा के पास स्थित नीम पेड़ से रविवार की शाम सफेद रंग का तरल पदार्थ निकल रहा था। जिसे देखकर ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। ग्रामीण अंचल के लोग इसे दैविक चमत्कार मानकर पेड़ की पूजा पाठ करना शुरू कर दिए। मौके पर ग्रामीणों की कतार लग गई। लोग देवी कृपा बताकर न केवल फूल माला चढ़ाए बल्कि हर कोई नारियल अगरबत्ती चढ़ाना भी शुरू कर दिए। लगातार पूजा पाठ का दौर चल रहा है। गांव के नरोत्तम पटेल ने बताया कि यह केवल दैविक कृपा है। क्योंकि पेड़ से दूध निकलना चमत्कार के अलावा कुछ नहीं है। लोगों का कहना है कि पहली बार इस तरह पेड़ से दूध निकलते देखा है, जो भगवान की कृपा है। उन्होंने बताया कि अब यहां पर नियमित पूजा पाठ की जाएगी।
कराएंगे मंदिर का निर्माण- ग्रामीणों ने बताया कि गांव में दैविक कृपा आ गई है। अब यहां पर मंदिर का निर्माण कराएंगे। हो सके तो चंदा की जाएगी और मंदिर का निर्माण किया जाएगा। फिलहाल यहां पर ग्रामीणों का तांता लगा हुआ है। लोग अपने अपने घरों से यथाशक्ति जरूरी चढ़ावा भी चढ़ा रहे और मनोकामना दीप भी जला रहे हैं।
नीम के पेड़ में सफेद रंग के तरल पदार्थ निकलने की संभावना नहीं रहती। पेड़ के तने में बहुत सारे इंसेक्ट्स रहते हैं। जिसके अंडे फूटकर सफेद रंग का तरल पदार्थ का रूप ले लेता है और तने में बहता है। जिसे देखकर लोग अचरज में पड़ जाते हैं। नीम के पेड़ में ऐसा कोई तत्व नहीं पाया जाता जिससे दूध की तरह तरल पदार्थ निकले।
.चंद्रशेखर खरे, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र जांजगीर
नीम के पेड़ में सफेद रंग के तरल पदार्थ निकलने की संभावना नहीं रहती। पेड़ के तने में बहुत सारे इंसेक्ट्स रहते हैं। जिसके अंडे फूटकर सफेद रंग का तरल पदार्थ का रूप ले लेता है और तने में बहता है। जिसे देखकर लोग अचरज में पड़ जाते हैं। नीम के पेड़ में ऐसा कोई तत्व नहीं पाया जाता जिससे दूध की तरह तरल पदार्थ निकले।
.चंद्रशेखर खरे, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र जांजगीर