सीमांत एवं लघु किसान अधिकतम 2 टोकन और दीर्घ किसान अधिकतम 3 टोकन बना पाएंगे। आगामी सात दिनों के लिए टोकन किसान बना सकते हैं और संबंधित तारीख को किसान को उपार्जन केंद्र में जाकर धान बेचना होगा। ऑनलाइन टोकन पर्ची का ट्रायल किया जा रहा है जो 11 नवंबर तक चलेगा।
इसके बाद 12 नवंबर से किसानों के लिए टोकन कटना शुरू हो जाएगा। नोडल अधिकारी अमित साहू ने बताया कि
धान खरीदी के लिए ऑनलाइन टोकन सिस्टम का ट्रायल किया जा रहा है। 11 नवंबर तक ट्रायल पूरा हो जाएगा। 12 नवंबर के बाद से किसान एप के जरिए ऑनलाइन टोकन पर्ची बना सकेंगे। 14 नवंबर से खरीदी को लेकर समितियों में बारदाना पहुंचना शुरू हो गया है।
हाईटेक होती जा रही खरीदी व्यवस्था
धान खरीदी के लिए मेनुअल पद्धति को खत्म कर बायोमेट्रिक्टस मशीन के जरिए खरीदी हो रही है। किसानों को लाइन से निजात दिलाने ऑनलाइन टोकन बनाने मोबाइल एप भी सुविधा भी दे रही है। बड़ा बदलाव इस बार उपार्जन केंद्रों में इलेक्ट्रिानिक वेट मशीन के रूप में देखने को मिलेगा। इससे किसानों से अधिक तौल की शिकायतें रूकेगी।
इस तरह बना सकेंगे ऑनलाइन टोकन
खाद्य विभाग की वेबसाइट या प्ले स्टोर से टोकन तुंहर हाथ मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। नया रजिस्ट्रेशन के लिए किसान को अपना कोड डालना होगा। किसान कोड दर्ज करने के बाद किसान का नाम रकबा, विपणन वर्ष की जानकारी स्क्रीन पर नजर आएगी। जिसके बाद आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना है। ओटीपी प्राप्त करें पर क्लिक करने पर ओटीपी आपके मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगा। फिर नीचे आपको ‘ओटीपी प्रविष्ट करें’ का ऑप्शन दिया गया है। इसके बाद आपको 4 अंकों का अपने मन से पिन दर्ज करना है और ‘रजिस्टर करें’ पर क्लिक करें। यह पिन आपको याद रखना है।