CG Crime News: पत्रिका ने
ओडिशा के सोनपुर जिले के जंगल से गांजा लाने वाले एक तस्कर से बात की। उसका कहना था कि आपको कैसा माल चाहिए आप तय कर लीजिए। आपको माल के हिसाब से 50 फीसदी राशि एडवांस में देना होगी। आपके ठिकाने तक माल छोड़ने की पूरी रिस्क हमारी है। हम आपके ठिकाने तक माल छोड़कर देंगे। तस्कर का कहना था कि उन्हें पुलिस या अन्य सरकारी रिस्क हमारे ऊपर छोड़ दो। दो नंबर के काम में विश्वास एक नंबर का होता है।
CG Crime News: तस्कर…
CG Crime News: यदि आपको विश्वास है तो 50 फीसदी एडवांस राशि हमारे फोन पे पर डाल दो। हम आपको आपके ठिकाने तक माल छोड़कर देंगे। जहां माल पहुंचा रहे, उसी जिले की नंबर प्लेट :
तस्कर ने बताया कि उन्हें जिस जिले तक माल पहुंचाना होता है, उस सभी जिले का नंबर प्लेट अपने वाहनों में रखना होता है। जैसे-जैसे जिला पार करना होता है, उस हिसाब से वाहन का नंबर प्लेट बदलना पड़ता है। ताकि किसी पुलिस वालों को वाहन में गांजा होने की आशंका न हो।
हथियार भी रखना पड़ता है
तस्कर ने बताया कि वाहनों में वे हर तरह का हथियार लेकर चलते हैं। जरूरत पडऩे पर वे उसका इस्तेमाल भी करते हैं। बीते दिवस एक बार्डर में एक पुलिस वाले ने उन्हें पकड़ लिया था। ऐसी स्थिति में उनके माथे पर पिस्टल ताननी पड़ी थी। कभी-कभी पिस्टल के दम पर पुलिस वालों को ही संबंधित स्थान तक छोडऩे के लिए उनका इस्तेमाल करना पड़ता है। चार चेक पोस्ट पार करने होते हैं
गांजा तस्कर ने बताया कि
ओडिशा से गांजा तस्करी के लिए उन्हें सोनपुर, सिंघोडा, सोहेला, और सारंगढ़ चेक पोस्ट को पार करते हैं। इसके लिए चेक पोस्ट में अपने आदमी बिठाना पड़ता है। यहां से पार कराने वालों को गांजा के वजन के हिसाब से राशि भुगतान करना पड़ता है। यह रिस्क भी उन्हीं का है।