यह भी पढ़ें: CG News: CM साय ने लिया ऐतिहासिक निर्णय, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी से किसानों में जगी नई उम्मीदें किसानों की संख्या कम होने से खरीदी की मात्रा भी कम हो गई है। हालांकि जांजगीर-चांपा और सक्ती जिले में हुई धान खरीदी को जोड़ दिया जाए तो अभी भी धान खरीदी में अविभाजित जांजगीर-चांपा ही टॉप 2 में जगह बनाए हुए हैं। बेमेतरा जिले में अब तक कुल खरीदी 60 लाख 8470 क्विंटल हुई है। वहीं जांजगीर-चांपा में 35 लाख 1872 क्विंटल व सक्ती जिले में 24 लाख 9013 क्विंटल खरीदी हुई है। इस तरह देखे तो कुल 60 लाख 885 क्विंटल खरीदी हो चुकी है। जांजगीर-चांपा जिले के 129 उपार्जन केंद्राें में 18 लाख क्विंटल धान अभी भी जाम है।
35 लाख क्विंटल खरीदी हो चुकी है। इस हिसाब से देखे तो 50 फीसदी के करीब उठाव होना शेष है। उठाव की स्थिति पटरी पर नहीं आ पा रही है। हालांकि कैबिनेट में मिलर्स को कस्टम मिलिंग का बकाया राशि भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। इससे मिलर्स में भी उत्साह लौट आया है। इसका असर अब उठाव में देखने को मिलेगा। मिलर्स कस्टम मिलिंग के लिए सीधे उपार्जन केंद्रों से धान उठाएंगे। इससे उठाव में तेजी आने का दावा अफसरों के द्वारा किया जा रहा है।