एनआइए कब्जे में लेगी दस्तावेज…
एक अधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि एनआइए के कुछ अधिकारियों ने देविंदर सिंह व उसके साथ पकड़े गए आतंकियों नवीद बाबू और आसिफ उर्फ आतिफ के अलावा ओवरग्राउंड वर्कर इरफान अहमद मीर से शुरुआती पूछताछ की है। एनआइए जल्द ही पुलिस से इस प्रकरण से जुड़े आवश्यक दस्तावेज अपने कब्जे में लेगी।
पुलिस के अनुसार देविंदर सिंह से पूछताछ के दौरान मिले सुराग के आधार पर कहा जा सकता है कि वह करीब तीन वर्षों से दक्षिण कश्मीर में सक्रिय हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के तीन से चार ओवरग्राउंड वर्करों के साथ संपर्क में था। इन सभी को पकडऩे के लिए कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि देविंदर की अभी तक किसी विध्वंसकारी गतिविधि में भागेदारी की पुष्टि नहीं हुई है। वह आतंकियों और उनके हथियारों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने जैसे मामलों में संलिप्त नजर आता है।
जब डीएसपी बोला— आपने बिगाड़ दिया पूरा खेल…
सूत्रों ने बताया कि देविंदर सिंह आतंकरोधी अभियानों के लिए आतंकी नेटवर्क की खुफिया जानकारी जुटाने की कवायद के दौरान ही ओवरग्राउंड नेटवर्क के साथ जुड़ा और फिर उनके साथ काम करने लगा। उन्होंने कहा कि जब वह पकड़ा गया था तो उसने डीआइजी दक्षिण कश्मीर रेंज अतुल कुमार गोयल को कहा था कि आपने पूरा गेम खराब कर दिया। अगर वह ऑपरेशन में कामयाब रहता तो पुलिस को बहुत बड़ा फायदा होता। उसने अपने साथ सिख के वेश में बैठे दोनों आतंकियों नवीद व आतिफ उर्फ आसिफ उर्फ रफी को अपना अंगरक्षक बताया था। उसके इस कथित ऑपरेशन के बारे में किसी अन्य पुलिस अधिकारी को कोई सूचना नहीं थी।
रिश्तेदारों से भी हुई पूछताछ…
बताया जा रहा है कि जांच एजेंसियों ने देविंदर के तीन करीबी रिश्तेदारों से भी पूछताछ की है। इनमें एक बैंक अधिकारी बताया जाता है। इनसे देविंदर से घर में मिलने आने वाले लोगों, उसकी गतिविधियों के बारे में सवाल किए गए हैं। इसके अलावा जांच एजेंसियां देविंदर सिंह या उसके रिश्तेदारों के जरिए देश-विदेश में बैठे आतंकी सरगनाओं द्वारा जम्मू—कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के लिए पैसे का बंदोबस्त किए जाने के एंगल पर भी जांच कर रही है। अलबत्ता, अधिकारिक स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है। सुरक्षा एजेंसियां जाकिर मूसा के पंजाब में कई बार देखे जाने के तार देविंदर सिंह से जोडक़र पूछताछ कर रही हैं।
बता दें कि डीएसपी देविंदर सिंह को जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष टीम ने गत शनिवार को श्रीनगर जम्मू हाईवे पर दो आतंकियों और एक ओवरग्राउंड वर्कर संग पकड़ा था। वह इन लोगों को कश्मीर से बाहर पहुंचाने का प्रयास कर रहा था। चारों को हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़ा गया था, जब वे दक्षिण कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार में जा रहे थे।