(जम्मू):पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से नाता तोड़ने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार से जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। शाह मंदिरों के शहर जम्मू से आगामी लोक सभा चुनाव अभियान का बिगुल बजा सकते हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं के अनुसार शाह इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों तथा अन्य पदाधिकारियों से 2019 के लोकसभा चुनाव की व्यूहरचना पर चर्चा करेंगे। हालांकि शाह का यह दौरा भाजपा के पीडीपी से गठबंधन खत्म करने से पहले ही तय था लेकिन नए घटनाक्रम में इस दौरे का महत्व बढ गया है।
पीडीपी से गठबंधन तोड़ने का कारण बताएंगे शाह
शाह शनिवार को ही जम्मू के परेड मैदान में एक रैली को भी सम्बोधित करेंगे। वह इस रैली में जम्मू के निवासियों को भाजपा के विपरीत विचारधारा वाली पीडीपी के साथ तीन साल तक सत्ता में रहने की मजबूरी भी बताएंगे और नाता तोड़ने का कारण भी स्पष्ट करेंगे। जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का 23 जून को बलिदान दिवस भी है। इस वजह से भी शाह का यह दौरा महत्वपूर्ण है।
बैठकों का दौर जारी
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता शाह के दौरे को कामयाब बनाने में जुटे हैं। ऐसे में पिछले कुछ दीनो से प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पूरे दिन बैठकों का सिलसिला जारी है| प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने बताया कि शाह जम्मू में भाजपा चुनाव प्रचार समिति की बैठक में संसदीय चुनाव को लेकर अपनाए जाने वाली रणनीति तय करेंगे।
एक झटके में तोड़ा तीन साल का नाता
गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली में अमितशाह की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग की गई जिसके बाद बीजेपी की ओर से जम्मू कश्मीर में बीजपी और पीडीपी का तीन साल पुराना गठबंधन तोडने का फैसला किया गया जिसके बाद पार्टी की ओर राज्यपाल एन एन वोहरा को गठबंधन तोडे जाने की सूचना दी गई। इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री पर से इस्तीफा सौंप दिया था।