ड्यूटी के दौरान जालोर एसपी आवास के आगे खुद की बाइक को खड़ा किया। शाम 7.25 बजे बाहर आकर देखा तो बाइक मौजूद नहीं थी। काफी तलाशी करने पर भी जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने मामला दर्ज करने के साथ जांच शुरु की। बता दें इससे पूर्व चुनाव ड्यूटी के दौरान भी पुलिस स्टाफ की बाइक चोरी हुई थी। यह बाइक स्टेडियम के सामने सरकारी आवास के पास से चोरी हुई थी।
दो युवक थे
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने विभिन्न सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं, जिसके अनुसार दो युवकों ने बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बाइक चोरी करने के बाद ये युवक पंचायत समिति के पास पहुंचे। यहां से नया बस स्टैंड के पास पहुंचे और मोबाइल का लॉक खुलवाने का भी प्रयास किया। हुलिये के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने विभिन्न सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं, जिसके अनुसार दो युवकों ने बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बाइक चोरी करने के बाद ये युवक पंचायत समिति के पास पहुंचे। यहां से नया बस स्टैंड के पास पहुंचे और मोबाइल का लॉक खुलवाने का भी प्रयास किया। हुलिये के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
मामले तक दर्ज नहीं होते
बाइक चोरी के मामले शहर में बढ़े है। इससे जुड़ा एक गिरोह है, जो कुछ ही समय में बाइक को पार कर लेते हैं। मामले में खास बात यह है कि अक्सर संदिग्ध के चेहरे भी वारदात के दौरान सीसीटीवी फुटेज में नजर आते हैं, लेकिन पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती है। दूसरा पक्ष यह भी है कि चोरी के अधिकतर मामलों में तो एफआईआर तक दर्ज नहीं होती।
बाइक चोरी के मामले शहर में बढ़े है। इससे जुड़ा एक गिरोह है, जो कुछ ही समय में बाइक को पार कर लेते हैं। मामले में खास बात यह है कि अक्सर संदिग्ध के चेहरे भी वारदात के दौरान सीसीटीवी फुटेज में नजर आते हैं, लेकिन पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती है। दूसरा पक्ष यह भी है कि चोरी के अधिकतर मामलों में तो एफआईआर तक दर्ज नहीं होती।