ग्यारह से तेरह सौ के बीच बीज खरीदा
जीरे का भाव गिरने से किसान असमंजस में है। जीरे की बुवाई के दौरान जीरे का बीज 11 सौ रूपए से तेरह सौ रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदकर बुवाई की थी, लेकिन अब पकने के समय जीरे का भाव गिर गया है। ऐसे में किसान मायूस नजर आ रहे हैं। क्षेत्र में इस बार 35 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में जीरे की बुवाई हुई थी। हालांकि मौसम खराब होने व बारिश की वजह से 50 फीसदी से ज्यादा जीरे में खराबा हो गया था। फिर भी जीरे का अच्छा उत्पादन होने के बावजूद मंडियों में जीरे के भाव गिर गए हैं, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। मंगलवार दिन को स्थानीय कृषि मंडी में जीरे का भाव दो सौ से 230 के बीच रहा है। जिसकी वजह से अधिकांश किसान जीरा लेेकर मंडी नहीं पहुंचे।
जीरे का भाव गिरने से किसान असमंजस में है। जीरे की बुवाई के दौरान जीरे का बीज 11 सौ रूपए से तेरह सौ रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदकर बुवाई की थी, लेकिन अब पकने के समय जीरे का भाव गिर गया है। ऐसे में किसान मायूस नजर आ रहे हैं। क्षेत्र में इस बार 35 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में जीरे की बुवाई हुई थी। हालांकि मौसम खराब होने व बारिश की वजह से 50 फीसदी से ज्यादा जीरे में खराबा हो गया था। फिर भी जीरे का अच्छा उत्पादन होने के बावजूद मंडियों में जीरे के भाव गिर गए हैं, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। मंगलवार दिन को स्थानीय कृषि मंडी में जीरे का भाव दो सौ से 230 के बीच रहा है। जिसकी वजह से अधिकांश किसान जीरा लेेकर मंडी नहीं पहुंचे।
जीरे की पैदावार अच्छी हुई है। राज्य में मंडी टैक्स गुजरात की तुलना में डेढ़ गुना ज्यादा है। ऐसे में सरकार को टैक्स कम करना चाहिए। राज्य का जीरा गुजरात जा रहा है, जिससे राज्य की जीएसटी पूरी गुजरात जा रही है। ऐसे में सरकार मंडी टैक्स कम करे ताकि किसानों व सरकार दोनों को फायदा मिले।
– वीडी व्यास, अध्यक्ष कृषि मंडी व्यापार संघ सांचौर
– वीडी व्यास, अध्यक्ष कृषि मंडी व्यापार संघ सांचौर