जालोर

Jalore News: भारतमाला परियोजना से शराब तस्करों की मौज, अब नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस

Rajasthan News: जालोर-सांचौर पुलिस और आबकारी विभाग की टीम समय समय पर तस्करी की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई करती है, लेकिन उसके बावजूद तस्कर कामयाब हो जाते हैं।

जालोरNov 19, 2024 / 01:13 pm

Rakesh Mishra

liquor smuggling: शराब तस्करी के अहम रूट के रूप में अब भारत माला परियोजना तस्करों की मददगार और पनहगार बन रही है। हनुमानगढ़ के सांगरिया के पास आबकारी विभाग की टीम की ओर से शनिवार को की गई बड़ी कार्रवाई में इस बात के प्रमाण मिले है। 32 लाख की पंजाब निर्मित शराब को भारतमाला परियोजना पर कार्रवाई के दौरान एक ट्रक से बरामद किया गया। मौके से ट्रक ड्राइवर भंवरलाल पुत्र तुलछाराम जाट निवासी ज्याणियों की ढाणी नया बाडा थाना बागोड़ा (सांचौर) व हेल्पर कालूराम पुत्र बिरमाराम जाट निवासी डाबली पोस्ट सिराणा थाना सायला (जालोर) को गिरफ्तार किया।
आरोपी ट्रक में लकड़ी के बूरे से भरे बोरों के नीचे शराब भरकर तस्करी कर रहे थे। बता दें भारत माला परियोजना का एक बड़ा कोरिडोर बन चुका है, जो एक तरफ पंजाब से गंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर होते हुए जालोर जिले से होते हुए बागोड़ा, सांचौर तक को कनेक्ट करता है। सांचौर का सीधा कनेक्शन गुजरात राज्य से है, जहां पर शराब बैन है। यही कारण है कि तस्करी का बड़ा नेटवर्क पंजाब, हरियाणा से लेकर गुजरात तक फैला हुआ है। यह पहला मौका नहीं है जब प्रदेश में पंजाब या हरियाणा निर्मित शराब जब्त की गई हो। हालांकि पिछले दो साल में हालात बदले हैं और अब भारतमाला परियोजना का काम पूरा होने के बाद तस्करों ने रूट बनते हुए इसका उपयोग करना शुरु कर दिया है। मामले में एसपी ज्ञानचंद्र यादव का कहना है कि तस्करी की गतिविधियों को रोकने के लिए विशेष टीमें अलर्ट है।

प्रदेश के राजस्व से जुड़ा अहम विषय

आबकारी आयुक्त राजस्थान उदयपुर की ओर से अवैध शराब के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अतिरिक्त आबकारी आयुक्त जोन बीकानेर, उपायुक्त आबकारी निरोधक दल जोन बीकानेर के निर्देशानुसार शनिवार को संगरिया के पास भारतमाला रोड पर कार्रवाई की गई। आबकारी निरोधक दल संगरिया के प्रहराधिकारी कमल सिंह ने बताया कि गुजरात जा रहे ट्रक को रुकवाकर तलाशी ली, जिसमें 160 कार्टन अंग्रेजी शराब व 650 कार्टन बीयर केन बरामद किए। शराब की बोतल पर पंजाब राज्य में बिक्री योग्य लिखा हुआ है।

इस तरह से चल रहा है नेटवर्क

जालोर-सांचौर पुलिस और आबकारी विभाग की टीम समय समय पर तस्करी की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई करती है, लेकिन उसके बावजूद तस्कर कामयाब हो जाते हैं। पुलिस कार्रवाई में अक्सर यह सामने आया है कि भारी मात्रा में शराब को तस्कर ट्रेलर या ट्रक में भरकर जालोर-सांचौर जिले तक पहुंचते हैं। यहां पर विभिन्न स्थानों पर सीमा क्षेत्र में शराब को डंप किया जाता है और उसके बाद इस शराब को छोटे वाहनों से मौका पाकर गुजरात तक पहुंचाया जाता है।

स्थानीय तस्करों की भूमिका

पंजाब से गुजरात तक शराब तस्करी के इस बड़े नेटवर्क को केवल ट्रक या खलासी चलाने वाले नहीं है। इस नेटवर्क के बीच पंजाब में बड़े शराब माफिया और सांचौर और जालोर जिले के बड़े तस्कर भी शामिल हैं। इन तस्करों तक पहुंचने का प्रयास पुलिस कर रही है। बता दें सांगरिया से सांचौर तक भारत माला प्रोजेक्ट से दूरी 669 किमी है और बिना किसी रुकावट के इस रूट से मात्र 10 से 12 घंटों में सफर तय किया जा सकता है।

अब तक की जांच इस तरह की

आरोपी तीन दिन की रिमांड पर है और पूछताछ जारी है। आरोपियों की निशानदेही के अनुसार टीम पंजाब में पहुंची। प्रारंभिक पूछताद में सामने आया कि चालक और खलासी पंजाब सीमा में पहुंचे। जहां एक सुनसान एरिया में तस्कर गिरोह के सदस्य मिले। उन्हें होटल पर छोड़कर गाड़ी लेकर चले गए। कुछ घंटों के बाद गाड़ी में शराब लेकर पहुंचे और चालक को दे दी। उसके बाद तय रूट के अनुसार यह गाड़ी पंजाब से लेकर चालक रवाना हुआ। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि उन्हें यह गाड़ी गुजरात में अहमदाबाद तक पहुंचानी थी।

इनका कहना

शराब तस्करी के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार है। मामले में पंजाब से शराब भरकर सांचौर के रास्ते गुजरात तक पहुंचाया जाना था। टीमें जांच में जुटी हुई हैं।

  • संजीव पटवारी, जिला आबकारी अधिकारी हनुमानगढ़
यह भी पढ़ें

Anita Murder: अनिता हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी के साथ इस शख्स को मुंबई से ला रही जोधपुर पुलिस, अब खुलेगा राज

संबंधित विषय:

Hindi News / Jalore / Jalore News: भारतमाला परियोजना से शराब तस्करों की मौज, अब नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.