सामान्य से 81 प्रतिशत ज्यादा बारिश
मौसम केन्द्र जयपुर निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि इस बार मानसून ज्यादा मेहर बरसा रहा है। मानसून की बात करें तो जून से लेकर अब तक 321.4 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश का आंकड़ा 174 एमएम है। यानि सामान्य से 81 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज हो चुकी है। उधर, सितंबर तक औसत बारिश का आंकड़ा 434 एमएम है, जिसे भी इस बार पार किया जा सकता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगले दो माह मानसून की बारिश के हिसाब से अच्छे रह सकते हैं।
4 से 10 अगस्त तक मानसून रहेगा कमजोर
मौसम विभाग की माने तो 3 अगस्त तक राजस्थान में मानसून की अच्छी बारिश दर्ज होती रहेगी। उसके बाद एक सप्ताह तक मानसून कमजोर पड़ेगा। माना जा रहा है कि सप्ताहभर तक किसान को खेतों में बुवाई का समय मिल जाएगा। 10 अगस्त के बाद मानसून के फिर से जोर पकड़ने की संभावना जताई जा रही है।
तरबतर होता रहेगा राजस्थान
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन अपने सामान्य से दक्षिण दिशा में अवस्थित है। आंध्र प्रदेश, उडी़सा तट पर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इसके आगामी 24 घंटों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की सम्भावना है। 25 जुलाई से मानसून ट्रफ लाइन के नॉर्मल स्थिति में आने से बारिश की गतिविधियों में बढोतरी होने, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, जयपुर व भरतपुर, कोटा संभाग के जिलों में मानसून सक्रिय होने से अधिकतर भागों में हल्के से मध्यम बारिश व कहीं कहीं भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। 27 जुलाई से दक्षिण पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा उत्तर-पूर्वी व पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। राजस्थान में मानसून की बारिश का जोर लगातार बना रहेगा और कभी किसी संभाग को तरबतर करेगी तो कभी किसी और संभाग को।
यहां किसी भी समय भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार कोटा, बारां, झालवाड़, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, भीलवाड़ा, टोंक जिले में अगले कुछ घंटों के भीतर मध्यम से लेकर भारी बारिश हो सकती है। उधर, सीकर, जयपुर, नागौर, अजमेर, दौसा, चित्तौड़गढ़, अलवर, भरतपुर, धोलपुर, करौली, पाली, बूंदी, झुंझुनूं, चूरू, टोंक, सवाईमाधोपुर जिले में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश की चेतावनी जारी की गई है।