इस शादी में 7 लाख रुपए की मांग की थी। जिस पर प्रार्थी ने लडक़ी के पिता पर विश्वास करते हुए उसी दिन सोहनलाल पुत्र धर्माराम माली निवासी कानपुरा तहसील व जिला जालोर एवं लच्छाराम पुत्र मूलाराम माली निवासी जालोर के समक्ष 2 लाख रुपए उसके खाते में नेफ्ट के जरिये भेजे। उसके बाद 60 हजार रुपए 27 मई 2022 और 40 हजार रुपए 31 मई 2022 को नेफ्ट करवाए। इसी तरह 50 हजार रुपए जून 2022 रोकड़ दिए। इस तरह कुल रुपए 3 लाख 50 हजार तथा एक एण्ड्रोइड मोबाइल भी आरोपी को दिया। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
फिर मुकर गया आरोपी
राशि हड़पने के बाद पीड़ित ने लगातार आरोपी से संपर्क किया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला और राशि भी नहीं लौटाई। सप्ताहभर पूर्व लडक़ी के पिता से संपर्क करने और शादी करवाने के निवेदन पर वह मुकर गया। पीड़ित का कहना है कि लडक़ी के पिता ने कहा कि मेरी पुत्री की शादी नहीं करवाउंगा और राशि भी नहीं लौटाऊंगा।
2 माह बाद आरोपी बोला, अभी मुहूर्त नहीं
पीड़ित ने 3.50 लाख रुपए देने के बाद 2 माह तक इंतजार किया और उसके बाद लड़की के पिता से संपर्क किया तो उसने कहा कि अभी शादी के लिए उचित मुहूर्त नहीं है। सही मुहूर्त देखकर शादी करवा दूंगा। लगातार वह उसे टरकाता रहा।
ज्यादातर मामले पुलिस तक नहीं पहुंचते
शादी के नाम पर ठगी के मामले में काफी इजाफा हुआ है, पिछले एक दशक में जालोर जिले में लुटेरी दुल्हन के मामले काफी देखे गए, जिसमें युवती की शादी भी हुई और उसके बाद परिवारजनों से मिलने के बाद लौटी ही नहीं। पिछले पांच साल में ही 100 से अधिक ऐसे मामले हुए। दूसरी तरफ शादी करवाने के नाम पर बिचौलियों द्वारा रुपए ऐंठने के मामले में भी इजाफा हुआ है। पुलिस की मानें तो लोक लाज के डर से ज्यादातर मामले तो थाने तक पहुंच ही नहीं पाते। इसी बात का फायदा ठगी करने वाले और शादी का झांसा देकर रुपए ऐंठने वाले लोगों को मिलता है।