सांचौर जिले से कई नाम शामिल
जारी की गई सूची में नामों का उल्लेख है, जिसमें सांचौर के कई नाम शामिल है। हालांकि इस सूची में जालोर और सांचौर जिले का आंकड़ा कितना यह स्पष्ट नहीं है। इसके संबंध में पुलिस विभाग के स्तर पर भी जांच की जा रही है।
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हर नकल गिरोह का जुड़ाव भी जालोर-सांचौर से
प्रतियोगी परीक्षा हो या अन्य कोई भी परीक्षा नकल के हर मामले में मुख्य रूप से सांचौर जिले की भूमिका रहती है। पिछले एक दशक की बात करें तो प्रतियोगी परीक्षा के दौरान पेपर आउट करने के मामले, नकल करवाने के मामले, डमी कैंडिडेट बिठाने के मामले में सांचौर की अहम भूमिका रही है।
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46 अभ्यर्थियों पर आजीवन प्रतिबंध
विभिन्न भर्तियों में अभ्यर्थियों द्वारा कूटरचित और फर्जी खेल प्रमाण पत्रों को प्रस्तुत किया गया। ऐसे में कुल 46 अभ्यर्थी है। जिसके तहत बोर्ड कमेटी द्वारा इन सभी अभ्यर्थियों को आजीवन डिबार किए जाने की अनुशंषा की गई है। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अनुचित कृत्य करने वाले अभ्यर्थियों की जारी सूची में आंबा का गोलिया (झाब) निवासी जैसाराम, करड़ा निवासी अशोक कुमार, फागोतरा (भीनमाल) निवासी ठाकराराम, आकोली (चितलवाना) निवासी महेंद्र कुमार के नाम शामिल है। इसमें जैसाराम, ठाकराराम को आजीवन डिबार करने, महेंद्र को पांच साल के लिए डिबार किया गया है।