जालोर

दिवाली सीजन से पहले ही बूम पर आया ये उद्योग, राजस्थान के 4 रेलवे प्रोजेक्ट में बढ़ गई डिमांड

Granite Industry Of Jalore: जालोर में जो ग्रेनाइट इकाइयां एक शिफ्ट में चल रही थी, वे अब दो से तीन शिफ्ट में चल रही है। डिमांड लगातार जारी है और इसका फायदा सभी उद्यमियों को मिलने वाला है।

जालोरOct 18, 2024 / 12:58 pm

Akshita Deora

प्रतीकात्मक तस्वीर

Rajasthan Jalore News: दीपावली सीजन से पहले ही जालोर के ग्रेनाइट उद्योग में बूम है, देश के विभिन्न बड़े प्रोजेक्ट में जालोर में तैयार हो रहे ग्रेनाइट की डिमांड होने से इस बार मार्केट गुलजार है और वर्तमान में रोजाना 125 से अधिक टे्रलर और ट्रक देश की बड़ी मंडियों और प्रोजेक्ट तक पहुंच रहे हैं। वर्तमान में हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश के सरकारी प्रोजेक्ट्स में ग्रेनाइट की सर्वाधिक मांग है। यहां भारतीय रेलवे के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों का रिनोवेशन वर्क चल रहा है। जिसके तहत डिमांड में इजाफा हुआ है। बता दें रंगों में विविधता ही जालोर के ग्रेनाइट की देश और दुनिया में डिमांड का प्रमुख कारण है। जालोर के डेजर्ट ब्राउन पत्थर का मुख्य रूप से उपयोग हाल ही में अयोध्या में श्रीराम मंदिर में फर्श के कार्य में हुआ। इससे पूर्व नई दिल्ली में नए संसद भवन में भी जालोर के ग्रेनाइट का उपयोग हो चुका है।

इस क्वालिटी की डिमांड ज्यादा


हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश के रेलवे प्रोजेक्ट में देवड़ा डजर्ट ब्राउन, पी व्हाइट और राजस्थान पत्थर की डिमांड सर्वाधिक है। इस स्थिति में जालोर में जो ग्रेनाइट इकाइयां एक शिफ्ट में चल रही थी, वे अब दो से तीन शिफ्ट में चल रही है। डिमांड लगातार जारी है और इसका फायदा सभी उद्यमियों को मिलने वाला है।
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दो गुनी पहुंची डिमांड, चहका मार्केट


ऑफ सीजन में जालोर से प्रतिदिन औसतन 70 से 80 ट्रक तैयार माल बमुश्किल मंडियों तक जा रहे थे। अब इससे लगभग दो गुना तैयार माल जालोर से रवाना हो रहा है और माल की एडवांस डिमांड भी खूब है। एक तरफ इस स्थिति से ग्रेनाइट उद्यमियों के चेहरे खिले हुए हैं, तो दूसरी तरफ लगातार मिल रहे परिवहन और भाड़े से ट्रांसपोर्टर्स भी खुश है।

मेट्रो दिल्ली में भी जालोर ग्रेनाइट


दिल्ली में मेट्रो प्रोजेक्ट के विस्तार का काम चल रहा है। दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर फ्लोरिंग समेत विभिन्न काम में जालोर के ग्रेनाइट की सर्वाधिक डिमांड है। जिसका फायदा स्थानीय उद्योग को ही मिल रहा है। बता दें पूर्व के प्रोजेक्ट में ही जालोर के ग्रेनाइट का ही सर्वाधिक उपयोग हुआ था।
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फैक्ट फाइल

  • 10 लाख फीट रोजाना जालोर से रवाना हो रहा
  • 7 हजार फीट प्रति ट्रक तैयार माल का लदान
  • 125 ट्रक रोजाना जालोर से रवाना हो रहे
  • 200 से अधिक रेलवे स्टेशनों के कार्य में जालोर के ग्रेनाइट का उपयोग

मार्केट के लिए सौगात


ग्रेनाइट का मार्केट इस बार काफी अच्छा है और अभी ग्रेनाइट की डिमांड भी खूब है। यह जालोर के ग्रेनाइट उद्योग के लिए अच्छे संकेत है। मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश के रेलवे प्रोजेक्ट और दिल्ली में मेट्रो प्रोजेक्ट में ग्रेनाइट उपयोग हो रहा है।
राजू चौधरी, अध्यक्ष, ग्रेनाइट एसोसिएशन, जालोर

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