एक्सप्रेस वे पर बेसहारा पशु व नीलगायों के अचानक वाहनों के सामने आने से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा। निवेश करेंगे उद्यमी, पनपेंगे उद्योग धंधेउद्योग धंधों के लिए बिजली, पानी और परिवहन सुविधा आवश्यक है। ऐसे में यहां बिजली और पानी के साथ ही देश के प्रमुख शहरों के लिए एक्सप्रेस वे के रूप में बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध होने से प्रवासी यहां औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कर सकेंगे। यहां पर उद्यमी निवेश करेंंगे और नए उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए अनुकूल माहौल व सुविधा मिलेगी। इसी तरह बाड़मेर व सांचौर बेसिन में तेल कुओं व रिफायनरी की वजह से सांचौर व आसपास के क्षेत्र में रिफायनरी व तेल से संबंधित उद्योग भी स्थापित होंगे। रिफायनरी व उससे संबंधित उत्पादों को देश के विभिन्न हिस्सों में शीघ्रता से पहुंचाने के लिए एक्सप्रेस वे काफी मददगार साबित होगा। क्षेत्र में अनार व जीरे से संबंधित खाद्य प्रोसेसिंग इकाइयों की भी स्थापना होगी। वहीं इन इकाइयों में तैयार होने वाले उत्पाद देश के कोने कोने में एक्सप्रेस वे से कम समय में पहुंचाए जा सकेंंगे। अंडरपास को लेकर अटका काम सांचौर जिले में पैकेज नंजर 7 का काम तो 70 फीसदी हो चुका है। पैकेज 8 में भी हरियाली से लेकर गुजरात बॉर्डर तक 27 किमी का कार्य भी 95 फीसदी पूरा हो चुका है। लेकिन बड़सम के पास चेनेज निर्माण बिंदु 197 पर ग्रामीणों ने अंडरपास बनाने की मांग को लेकर काम रुकवा रखा है।
विवादित जगह पर अभी तक मिट्टी पड़ी है। ऐसे में महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में देरी हो रही है। तीन रिफायनरी को जोड़ेगाअमृतसर जामनगर सिक्सलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे देश की तीन रिफायनरी को जोड़ेगा। इसमें पंजाब की भटिंडा, गुजरात की जामनगर और राजस्थान की बाड़मेर रिफायनरी शामिल है। इस एक्सप्रेस वे को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे कोरिडोर को जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस वे से तीन राज्यों के मिलिट्री स्टेशन भी जुड़ जाएंगे। यह देश का दूसरा सिक्स लेन एक्सप्रेस वे है। जिस पर इंटरचेंज या वे साइट के पास हेलिपैड बनाए जाएंगे। अकेले राजस्थान में 14 से ज्यादा एक्सप्रेस वे पश्चिमी बॉर्डर के बड़े मिलिट्री स्टेशनों को कनेक्ट करेगा। इससे अब सेना का रिस्पांस टाइम 48 घंटे से कम हो जाएगा। एक्सप्रेस वे के नजदीक बने हेलिपैड का उपयोग इमरजेंसी के दौरान किया जाएगा।
इनका कहना… भारतमाला प्रोजेक्ट का 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। बड़सम में पुलिए के निर्माण को लेकर ग्रामीण मांग कर रहे है, जो मामला प्रशासन के संज्ञान में है। लोगों से समझाइश के साथ उक्त समस्या का भी जल्द निस्तारण करके कार्य को जल्द पूरा करवा दिया जाएगा।-कुलमानी प्रधान, प्रोजेक्ट मैनेजर भारतमाला प्रोजेक्ट