एनआरएलएम के उपायुक्त ब्रजमोहन अम्बेड ने बताया कि उस स्थान का निरीक्षण कर लिया गया है जहां पर पौधारोपण किया जाना है। इसके साथ ही उन स्वयं सहायता समूहों का भी चयन कर लिया गया है जिन समूहों की महिलाएं पौधे लगाएंगी। एक्सप्रेस-वे पर छाया और हवा की व्यवस्था दुरस्त करने के लिए पौधारोपण का निर्णय लिया गया है। हालांकि इससे पहले आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर भी पौधे लगाए गए थे लेकिन वे ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सके। संभवत इसे देखते हुए इस बार बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर पौधे लगाए जाने का काम स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सौंपा गया है।
यह भी पढ़े – भारत बंद का ऐलान, कारोबारी दाल-चावल और आटा में जीएसटी बढ़ाने पर विरोध औषधीय पौधों को दी जाएगी वरीयता बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जो पौधे लगाएंगे उनमें औषधीय पौधे प्रमुख रूप से शामिल होंगे। औषधीय पौधों के महत्व को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है जो पौधे लगाए जाएंगे उनमें से ज्यादातर औषधीय पौधे होंगे। पिछले दिनों में औषधीय पौधों का महत्व बढ़ा है और इसे देखते हुए इस एक्सप्रेस वे पर औषधीय पौधे बहुतायत में लगाए जाने की योजना है।
तेजी से होगा काम एनआरएलएम के उपायुक्त बृजमोहन अम्बेड ने बताया है कि पौधारोपण के काम स्वंय सहायता समूह की महिलाएं करेंगी और यह काम तेजी के साथ कराया जाएगा। किलोमीटर 280 से लेकर 285 तक पौधे लगाए जाएंगे।