उन्होंने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस ने उत्पाद शुल्क अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के तहत संपत्ति की वसूली के साथ-साथ मामलों के निपटान और घोषित अपराधियों को गिरफ्तार करने में इन पुलिसकर्मियों के शानदार प्रदर्शन को मान्यता दी है।
उन्होंने क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठोस प्रयास करने के लिये पुलिस की सराहना की और कहा कि कुल 29 प्रशस्ति प्रमाणपत्र-2 और 28 प्रशस्ति प्रमाणपत्र-3 (सीसी-3) प्रदान किये गये। शर्मा ने आशा व्यक्त की कि ये प्रमाणपत्र उस ईमानदारी को दर्शाते हैं जिसके साथ उन्होंने कर्तव्य निभाया है और यह भविष्य में दूसरों को भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रोत्साहित करेगा।
पुलिस आयुक्त ने पुलिसकर्मियों को याद दिलाया कि वे पंजाब पुलिस की समृद्ध विरासत के ध्वजवाहक हैं, जो हर चुनौती का सामने से मुकाबला करके उस पर काबू पाते हैं। उन्होंने पुलिस को ईमानदारी और प्रभावकारिता के साथ लोगों की सेवा करने की पंजाब पुलिस की गौरवशाली परंपरा को बनाये रखने के लिये प्रोत्साहित किया।