526 लाख से उच्च जलाशय व नई पाइपलाइन लगाने का होगा कार्य
पोकरण. सर्दी के मौसम की विदाई शुरू हो चुकी है तथा अगले महिने से गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा। अप्रेल से जुलाई माह तक भीषण गर्मी का दौर चलेगा। इस दौरान पानी की खपत बढ़ जाएगी। भीषण गर्मी के मौसम में क्षेत्र की पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ रहे, इसके लिए जलदाय विभाग की ओर से अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। साथ ही व्यवस्थाओं को चाक चौबंद कर नए कार्यों के प्रस्ताव तैयार किए गए है। जिसके अंतर्गत करोड़ों रुपए की राशि खर्च की जाएगी। गौरतलब है कि मार्च माह में गर्मी की शुरुआत के बाद अप्रेल माह से भीषण गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा। गर्मी के मौसम में क्षेत्र में पानी की खपत बढ़ जाती है। यही नहीं मार्च माह के बाद 2 महिने तक नहरबंदी का दौर भी चलता है। इस दौरान पेयजल व्यवस्था लडख़ड़ा जाती है। साथ ही कई बार ऐसे हालात हो जाते है कि कई दिनों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो पाती है। जिसके कारण ग्रामीणों को ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर मंगवाना पड़ता है। जिससे उन्हें परेशानी होती है तथा क्षेत्र में पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इस वर्ष पोकरण कस्बे के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं पर भी पेयजल संकट की स्थिति नहीं बने और जलापूर्ति सुचारु रहे, इसके लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है। कई योजनाओं के साथ कार्यों की स्वीकृतियां मिल चुकी है तो काफी योजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर भिजवाए गए हैै, ताकि गर्मी के मौसम में निर्बाध रूप से जलापूर्ति हो सके।
अमृत योजना में होंगे 526 लाख केे कार्य
जलदाय विभाग की ओर से अमृत योजना के अंतर्गत शहरी जलप्रदाय योजना में 526 लाख की लागत से कार्य करवाए जाएंगे। जिसकी स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। इस योजना में 4 लाख लीटर की क्षमता उच्च जलाशय का निर्माण रेलवे स्टेशन क्षेत्र में करवाया जाएगा। साथ ही 6.5 किमी की नई पाइपलाइन लगाने का कार्य किया जाएगा। जिससे रेलवे स्टेशन के आसपास अंतिम छोर पर आबाद रामदेव कॉलोनी, कैलाश टैकरी आदि क्षेत्र में जलापूर्ति व्यवस्था सुदृढ़ होगी।
नहरबंदी में भरी जाएगी डिग्गियां, खुदवाएंगे नए नलकूप
आगामी मार्च माह के बाद 2 महिने की नहरबंदी होगी। इस दौरान पोकरण कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति सुचारु रहे, इसके लिए नहरी क्षेत्र में निर्मित सभी को डिग्गियों को पानी से भरा जाएगा। जिस पर 18.70 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। साथ ही क्षतिग्रस्त डिग्गियों की मरम्मत पर 49.71 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी प्रकार क्षेत्र में 14 नए नलकूप खुदवाने के लिए 179.28 लाख की राशि खर्च की जाएगी। साथ ही 99.58 लाख की लागत से 50 नए हेण्डपंप खुदवाए जाएंगे। नई पाइपलाइनें लगाने, पुरानी पाइपलाइनों को बदलने, जलापूर्ति के पम्पसैट की मरम्मत एवं नए लगाने के कार्य पर 250.83 लाख की राशि के प्रस्ताव तैयार किए गए है। शहरी जल योजना के सुदृढ़ीकरण कार्य पर 98.15 लाख के प्रस्ताव तैयार कर भिजवाए गए है। जिसके अंतर्गत कस्बे में 2 नए नलकूप खुदवाए जाएंगे तथा 7 किमी नई पाइपलाइन लगाने का कार्य किया जाएगा।
443 लाख से 98 गांवों व 1161 ढाणियों में पहुंचाया जाएगा पानी
भीषण गर्मी के मौसम में अभावग्रस्त व वंचित गांवों एवं ढाणियों में ट्रैक्टर टंकियों व टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाती है। इस वर्ष अप्रेल से अगस्त माह तक गर्मी के मौसम में वंचित व अभावग्रस्त गांवों में पानी पहुंचाने के लिए 443.70 लाख रुपए की राशि खर्च करने के प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए उच्चाधिकारियोंं को भिजवाए गए है। जिसके अंतर्गत 98 गांवों व 1161 ढाणियों को चिन्हित किया गया है, जहां पेयजल परिवहन किया जाएगा।
फैक्ट फाइल:-
– 526 लाख से उच्च जलाशय का निर्माण कर लगाएंगे नई पाइपलाइनें
– 911 लाख सुधरेगी पेयजल व्यवस्था
– 443 लाख से होगा पेयजल परिवहन
– 3 लाख की आबादी होगी लाभान्वित
नहीं होने दी जाएगी पेयजल संकट की स्थिति
गर्मी के मौसम में पानी की खपत बढ़ जाती है। ऐसे में पोकरण कस्बे के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था सुचारु रहे, इसके लिए अभी से तैयारी की जा रही है। अमृत योजना के तहत कार्यों की स्वीकृति मिल चुकी है। जबकि अन्य कार्यों के प्रस्ताव तैयार कर भिजवाए गए है। जिनकी स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू करवा दिए जाएंगे। इस बार गर्मी के मौसम में कहीं पर भी पेयजल संकट की स्थिति नहीं हो, इसके लिए भरसक प्रयास किए जा रहे है।
– पराग स्वामी, अधिशासी अभियंता जलदाय विभाग, पोकरण