हर समय दुर्घटना की आशंका
नहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से चारे से भरकर आने वाली इन गाडिय़ों में क्षमता से अधिक चारा भर दिया जाता है। ऐसे में चारा गाडिय़ों से बाहर लटकता रहता है। गाडिय़ों के चलने के दौरान उनमें भारी मात्रा में भरे चारे के ढेर की किसी व्यक्ति, वाहन, सडक़ किनारे रेलिंग, विद्युत पोल आदि के चपेट में आ जाने और हादसा हो जाने की आशंका बनी हुई है। कस्बे में जैसलमेर रोड पर मंगलवार को सुबह ऐसा ही चारे से भरा एक वाहन सडक़ किनारे रेलिंग से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
खतरा यह भी
क्षेत्र के विभिन्न गांवों में स्थित खेतों व नलकूपों और नहरी क्षेत्रों की तरफ जाने के लिए कई जगहों पर कम चौड़ाई के सडक़ मार्ग स्थित है। ऐसे में क्षमता से अधिक चारे से भरे वाहन सामने से आने वाले अन्य वाहन को न तो साइड दे पाते है, न ही स्वयं का वाहन नीचे उतार पाते है। जिसके कारण इन वाहनों के आपस में भिड़ जाने का खतरा बढ़ जाता है। पूर्व में कई बार ऐसे हादसे भी हो चुके है।
यूं हो सकेगा समाधान
चारे से भरकर आने वाले वाहनों के चालकों को पाबंद किया जाना चाहिए कि क्षमता से अधिक चारा नहीं भरे। साथ ही ऐसे वाहनों को कस्बे के अंदर आबादी क्षेत्र की बजाय बाइपास मार्गों से आवागमन करना चाहिए, जिससे कि कोई व्यक्ति या वाहन इनकी चपेट में नहीं आए और कोई हादसा नहीं हो।