बाहर से आती हैं सब्जियां स्वर्णनगरी जैसलमेर सहित आसपास के गांवों-कस्बों में सब्जी जोधपुर और अहमदाबाद से मुख्यत: पहुंचती हैं। स्थानीय स्तर पर सब्जी का उत्पादन नगण्य मात्रा में होता है। भिंडी, करेला, टिंडा, गवार फली, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, लौकी, अरबी, तुरई, टमाटर व अन्य सब्जियां गुजरात से मुख्य रूप से आ रही हैं। हरी मिर्च भी गुजरात से लाई जा रही है। इस वजह से उसके भावों में भारी तेजी है। हरी मिर्च व शिमला मिर्च के भावों में बढ़ोतरी का रुख है।
इन भावों में बिक रही सब्जियां
आलू – 40 रुपए किलोप्याज – 70 से 80 रुपए किलो
टमाटर – 60 रुपए किलो
हरी मिर्ची – 50 से 60 रुपए किलो
पालक – 80 रुपए किलो
भिंडी – 40 से 50 रुपए किलो
शिमला मिर्च – 100 से 120 रुपए किलो
अदरक – 100 रुपए किलो
लहसुन – 400 रुपए किलो
लौकी – 40 रुपए किलो
गाजर – 80 रुपए किलो
नींबू – 160 रुपए किलो
ककड़ी – 50 रुपए किलो
फूल गोभी – 120 रुपए किलो
पत्ता गोभी – 60 रुपए किलो
करेला – 50 से 60 रुपए किलो
टिंडा – 50 से 60 रुपए किलो
बिगड़ रहा रसोई का बजट
सब्जियों के दामों में तेजी के कारण रसोई का बजट बिगड़ रहा है। सब्जी बिना भोजन की कल्पना नहीं की जा सकती। कई सब्जियों के दाम तो पिछले कई महीनों से कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।मोहिनी देवी, गृहिणी