दो बार फोटो अपलोड कर लगानी है उपस्थिति
मनरेगा के तहत कार्य स्वीकृत होने पर मस्टररोल जारी किए जाते है। साथ ही मेट की नियुक्ति की जाती है। मेट की ओर से प्रतिदिन कार्य शुरू होने और शाम को कार्य समाप्त होने पर दो अलग-अलग फोटो लेकर एप में अपलोड करने होते है। इसी से श्रमिकों की उपस्थिति लगाई जाती है।पूर्व में सुधरी व्यवस्था, अब फिर वही हालात
एनएमएमएस पोर्टल पर उपस्थिति में अनियमितताओं को लेकर राजस्थान पत्रिका की ओर से पूर्व में समाचार प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद जिला परिषद की ओर से मॉनीटरिंग कर अनियमितताएं बरतने पर नोटिस भी दिए गए, लेकिन अब हालात फिर वही हो गए है। मॉनीटरिंग नहीं होने के कारण मेटों की ओर से सही फोटो अपलोड नहीं किए जा रहे है।एक समय का ही फोटो, अपलोड कर रहे ब्लर फोटो
पंचायत समिति सांकड़ा की कई ग्राम पंचायतों में मेटों की की ओर से ऑनलाइन अपलोड की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि कहीं फोटो ब्लर है तो कहीं फोटो में कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा है। यही नहीं अधिकांश मेटों की ओर से केवल एक समय का फोटो ही अपलोड किया जा रहा है। ऐसे में एनएमएमएस पोर्टल का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है।
कैसे होगी जांच और पारदर्शिता
मनरेगा के तहत फर्जीवाड़े को खत्म कर पूरी तरह से पारदर्शी बनाने के लिए एनएमएमएस एप जारी किया गया है। जबकि कार्यस्थलों पर इस प्रकार फोटो अपलोड करने और श्रमिकों की उपस्थिति लगाने के बावजूद किसी भी तरह की मॉनीटरिंग नहीं हो रही है। जिम्मेदारों की ओर से पर्यवेक्षण को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।फैक्ट फाइल
- 125 दिन मिलता है मनरेगा में रोजगार
- 2 फोटो करने होते है एप पर अपलोड
- 7 पंचायत समितियां है जैसलमेर जिले में
- 206 ग्राम पंचायतें है जिले में
- नरपतसिंह भाटी, विकास अधिकारी पंचायत समिति, सांकड़ा