जैसलमेर

मार्गों के नाम केवल कागजों तक ही रह गए सीमित

नगरीय क्षेत्रों में गली मोहल्लों को नाम देने और देवी-देवताओं के साथ महापुरुषों व दिवंगत जनप्रतिनिधियों के नाम से पहचान देने को लेकर राज्य सरकार व स्वायत्त शासन विभाग की योजना धरातल पर नहीं उतर पाई है।

जैसलमेरNov 18, 2024 / 07:51 pm

Deepak Vyas

नगरीय क्षेत्रों में गली मोहल्लों को नाम देने और देवी-देवताओं के साथ महापुरुषों व दिवंगत जनप्रतिनिधियों के नाम से पहचान देने को लेकर राज्य सरकार व स्वायत्त शासन विभाग की योजना धरातल पर नहीं उतर पाई है। छह वर्ष बाद भी नामकरण के आदेश कागजों तक ही सीमित है। जानकारी के अनुसार प्रदेश के 66 नगर निकायों की ओर से प्रमुख गली मोहल्लों व चौराहों के नामकरण को लेकर प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भिजवाए गए थे। इस संबंध में 5 अक्टूबर, 2018 को स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक व संयुक्त सचिव की ओर से एक अधिसूचना जारी की गई। राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के 66 नगर निकायों में गली मोहल्लों का नामकरण किया गया। जिसमें जैसलमेर शहर के 4 चौराहों और पोकरण कस्बे के 23 मार्गों व चौराहों का देवी-देवताओं एवं महापुरुषों के नाम से नामकरण किया गया था, लेकिन अभी तक उक्त गलियों व चौराहों में न तो बोर्ड लगाए गए और न ही लोगों को इस संबंध में कोई जानकारी दी गई है।

जैसलमेर के इन चौराहों का किया गया नामकरण

जैसलमेर नगरपरिषद की गत बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णय के बाद स्वायत्त शासन विभाग की तरफ से शहर के 4 चौराहों का नामकरण किया गया। इसके अंतर्गत एयरफोर्स चौराहा का नाम पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष चतुर्भुज डांगरा के नाम पर, पंचायत समिति चौराहा शहीद पूनमसिंह चौराहा, गीता आश्रम चौराहा पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मिश्रीलाल व्यास और ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा का नामकरण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिवंगत कार्यकर्ता अमरलाल खत्री के नाम पर किया गया। वास्तविकता यह है कि 6 साल का समय बीत जाने के बाद भी इन चौराहों को नए नामों से कोई नहीं जानता क्योंकि नगरपरिषद की तरफ से वहां न तो नए नाम के बोर्ड लगाए गए और न ही नए नाम का उपयोग दस्तावेजों में शुरू किया गया। इससे उक्त निर्णय सिरे नहीं चढ़ सका है।

पोकरण में 23 मार्गों का नामकरण

पोकरण कस्बे में सांकड़ा चौराहा का नामकरण रावल मल्लीनाथ सर्किल, मिड-वे तिराहा का भगवान परशुराम सर्किल, शक्तिस्थल तिराहा का बाबा रामदेव तिराहा, आइटीआइ के पास स्थित चौराहा का खींवज माता चौराहा, फलसूंड चौराहा का दीनदयाल उपाध्याय तिराहा, जोधपुर-जैसलमेर बाइपास तिराहा का त्यागी संत रामकृष्ण तिराहा, खींवज मंदिर के पास बाइपास चौराहा का महाराणा प्रताप चौराहा, टेलीफोन एक्सचेंज के पास चौराहे का मां जाज्वला चौराहा, पाउपाडिया चौराहा का भास्कर चौराहा, शक्तिस्थल के पास से व्यास सर्किल तक सडक़ का एपीजे अब्दुल कलाम मार्ग, रेलवे स्टेशन से व्यास सर्किल तक का अंबेडकर मार्ग, व्यास सर्किल से किले तक का जयनारायण व्यास मार्ग, किले से गांधी चौक तक का कामदार रतनलाल गुचिया मार्ग, सालमसागर तालाब से वाया मालियों की बस्ती आशापुरा रोड तक का संत शिरोमणी लिखमीदास मार्ग, पाउपाडिया रोड का स्वामी विवेकानंद मार्ग, जैसलमेर रोड से कॉलेज होते हुए आशापुरा मंदिर वाया आइटीआइ तक का मां आशापुरा रोड, उपखंड अधिकारी आवास से सैनिक विश्राम गृह तक का संत दयाराम मार्ग, मैन रोड से संघ कार्यालय तक का केशव मार्ग, अमरावती होटल से वाया शिवपुरा कच्ची बस्ती होते हुए पाउपाडिया रोड का नाम माता श्रीयादे मार्ग, सूरजप्रोल से फलसूंड रोड का भास्कर मार्ग, नेहरु उद्यान से बालीनाथ के आश्रम तक का बाबा बालीनाथ मार्ग, मालियों के ब्रह्मबाग से पुरोहितों की बगेची होते हुए महेशानंद कुटिया तक का संत महेशानंद मार्ग और जैसलमेर रोड से अंबेडकर सर्किल तक का गुरु जम्भेश्वर मार्ग के नाम से नामकरण किया गया है।

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