पेयजल संकट का हो समाधान
जिला मुख्यालय से करीब 150 से 200 किमी. दूरी पर बसे गांवों व ढाणियों को सडक़ों से जोडऩे व ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल के संकट का समाधान ही मुख्य मुद्दा होना चाहिए। जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में लोग पेयजल संकट ेसे जुझ रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिले।
-कमलेश पंवार
समय पर निकले भर्ती
जनप्रतिनिधि को अपने क्षेत्र के विकास की बात करनी चाहिए। साथ ही चुनावी वादों को भुलना नहीं चाहिए। युवाओं के लिए भर्तियां समय पर निकाली जाए और उन्हें पूरा किया जाए। जनप्रतिनधि ऐसा हो जो ग्रामीण क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त सडक़ों को दुरुस्त करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाए।
-भरत पंवार
पर्यटन नगरी के तौर पर स्वर्णनगरी अपनी साख बना चुकी है। यहां साफ-सफाई, पार्किंग, सजावट, पार्क सहित अन्य बातों पर ध्यान रखकर कार्य करने की जरूरत है। जनप्रतिनिध ऐसा हो जो शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से रु-ब-रु होकर उनकी समस्याओं को सुने व उनका समाधान करें।
-टीवन कुमार
मूलभूत सुविधाएं मिले
ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। छोटी-मोटी बीमारी के इलाज के लिए ग्रामीणों को जिला मुख्यालय और अन्यत्र जाना पड़ता है। चिकित्सा, शिक्षा, सडक़, बिजली, पानी की सुविधा के लिए जनप्रतिनिधियों व सरकार को प्राथमिकता से कार्य करने की आवश्यकता है।
– निरंजन कुमार